रायपुर। भूटान में फंसे छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के मजदूरों को प्रदेश के लेबर कमिश्नर सोनमणि वोरा की पहल पर मदद मुहैया हो गई है. सोनमणि वोरा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.

उन्होंने ट्वीट किया कि, “भूटान के रोलिंग मिल में फंसे रोहित सिंह और अन्य की शिकायत मिली थी, जिसका निवारण कर दिया गया है. सभी मजदूरों के पास 15 दिन का राशन पहुंचा दिया गया है. इसके साथ ही ठेकेदार प्रकाश सैनी को मजदूरों को पेमेन्ट करने का भी निर्देश दिया गया है. वहीं उन्हें लॉक डाउन तक वहीं रुकने की भी सलाह दी गई है.”

यह था मामला

आपको बता दें भूटान में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के मोतीनगर का रोहित सिंह समेत बिहार-यूपी के 35 मजदूर फंसे हैं. कोरोना वायरस की वजह से सारी सीमाएं सील हो गई हैं. इस दौरान उनके खाने पीने की चीजों के साथ ही पैसे भी समाप्त हो गए थे. इसकी जानकारी छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका शुक्ला को लगी. उन्होंने इसके लिए पहले दिल्ली में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश से संपर्क किया. उर्मिलेश ने भूटान स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क कर रोलिंग मिल में फंसे भारतीयों की मदद के लिए कहा था. उधर प्रियंका ने सीएम भूपेश बघेल, स्वास्थ्यमंत्री टीएस सिंहदेव और सीएम के मीडिया सलाहकार रुचिर गर्ग को भी ट्वीट किया था. जिसके बाद श्रम विभाग के अधिकारियों ने प्रियंका से संपर्क कर सारी जानकारी ली. उधर रविवार को देर शाम इसकी जानकारी लेबर कमिश्रन और आईएएस अधिकारी सोनमणि वोरा को लगी तो उन्होंने विदेश सेवा में कार्यरत अपने दोस्त से संपर्क किया और उसके बाद रोलिंग मिल में फंसे रोहित सिंह से उन्होंने बात की. और उऩ्हें मदद का आश्वासन दिया था. इसके साथ ही सोनमणि वोरा ने रोलिंग मिल के मालिक और ठेकेदार को सभी को राशन मुहैया कराने का निर्देश दिया था. जिसके बाद 24 घंटे के भीतर ही सबको 15 दिन का सम्पूर्ण राशन और सब्जियां मिल गई.