दिल्ली. छोटी सी उम्र में अभिमन्यु मिश्रा ने इतिहास रच दिया है. भारत से संबंध रखने वाले अभिमन्यु मिश्रा चेस के इतिहास के सबसे युवा ग्रैंड मास्टर बनए गए हैं. इसी के साथ ही अमेरिका में रहने वाले अभिमन्यु मिश्रा ने 19 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है. इससे पहले चेस इतिहास के युवा ग्रैंड मास्टर बनने का रिकॉर्ड सर्जी कर्जाकिन के नाम पर दर्ज था.

बता दें कि साल 2002 में सर्जी कर्जाकिन ने सबसे युवा ग्रैंड मास्टर बनने का रिकॉर्ड बनाया था. उस वक्त कर्जाकिन की उम्र 12 साल 7 महीने थी. लेकिन अब अभिमन्यु ने 12 साल चार महीने की उम्र में ही ग्रैंड मास्टर बनकर कर्जाकिन का 19 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है.

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अभिमन्यु मिश्रा ने बुडापेस्ट में आयोजित ग्रैंडमास्टर टूर्नामेंट में भारतीय ग्रैंडमास्टर लियॉन मेनडोंका को हराकर यह मुकाम हासिल किया है. ग्रैंड मास्टर बनने के बाद अभिमन्यु का कहना है कि उन्हें विरोधी की गलतियों का फायदा मिला. अभिमन्यु ने कहा, ”मुकाबला बेहद मुश्किल था. लेकिन आखिर में लियॉन से गलतियां हुईं, जिसका फायदा मुझे मिला. मैं अपने उपलब्धि से बेहद खुश हूं.”

पहले ही कर ली थी तैयारी

बता दें कि अभिमन्यु मिश्रा के पिता अमेरिका के न्यू जर्सी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. अभिमन्यु के पिता ने ही बेटे को ग्रैंड मास्टर टूर्नामेंट के लिए यूरोप भेजने का फैसला किया था. अभिमन्यु के पिता हेमंत ने कहा, ”हम इसे बड़े मौके की तरह देख रहे थे. अप्रैल के पहले हफ्ते में ही हम यूरोप पहुंच गए थे. अभिमन्यु ने हमारा सपना पूरा कर दिया है. हम बेहद खुश हैं.”

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पहले ही कर ली थी तैयारी

ग्रैंड मास्टर बनने के लिए 100 ELO प्वाइंट और 3 GM नॉर्म्स की जरूरत होती है. अभिमन्यु ने पहले ही इसकी तैयारी कर ली थी. अप्रैल और मई में अभिमन्यु ने दो नॉर्म्स हासिल किए. जून में मिले तीसरे GM नॉर्म्स के साथ अभिमन्यु सबसे युवा ग्रैंड मास्टर का खिताब हासिल करने में कामयाब हो गए हैं.