संतोष गुप्ता, जशपुर. मौत के घाट उतारने की नियत से 14 ग्रामीणों ने बुजुर्ग दंपति को जमकर पीटा है। ग्रामीणों ने उन्हें लात-घुसा लाठी से शरीर के कई हिस्सों पर चोट पहुंचाई। बुजुर्ग के सिर में चोट लगने के कारण सिर में टांका भी लगा है। उसकी पत्नी को भी ग्रामीणों ने जमकर पीटा है। उसके माथे में भी चोट के आई है। बुजुर्ग दंपति का आरोप है कि थाना प्रभारी बगीचा के मौखिक निर्देश पर मरोल गांव के ग्रामीणों ने उनके साथ मार-पीट की है। सभी 14 आरोपियों ने बुजर्ग दंपति को जान से मारने की धमकी दी है जिसके बाद से वे काफी सदमें में है।
यह पूरा मामला जिले के बागीचा थाना क्षेत्र के मरोल गांव में 10 अगस्त दिन शुक्रवार को घटी है। यह मार-पीट डेढ़ एकड़ सरकारी जमीन के कब्जा को लेकर घटी है। बुजुर्ग दंपति संतान एवं बसंती बाई का आरोप है कि बागीचा पुलिस सभी 14 आरोपियों के साथ मिल हुए हैं। घटना के दिन जमीन विवाद को सुलझाने के लिये थाना प्रभारी समेत एक गाड़ी में भरकर पुलिस वाले मरोल आये हुए थे। बुजुर्ग दंपति ने 11 अगस्त शनिवार के दिन किरोय का वाहन कर बागीचा पहुंचकर सभी 14 आरोपियों के खिलाफ बगाीचा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट दर्ज कराने के चार दिन बाद भी आरोपियों के खिलाफ बगाीचा पुलिस कोई एक्शन नहीं ली जिससे डरे सहमे बुजुर्ग दंपति ने मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन में कलेक्टर डाॅ. प्रियंका शुक्ला को आवेदन देते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
बुजुर्ग दंपति ने बताया कि उनके गांव मरोल में वे पिछले कई वर्षो से डेढ़ एकड़ सरकारी जमीन में कब्जा कर खेती करते चले आ रहे हैं। जमीन का पट्टा पाने के लिये वे एसडीएम न्यायालय में आवेदन भी दे चुके हैं। आने वाले समय में उन्हें जमीन का पट्टा भी मिल जायेगा। घटना के दिन शुक्रवार को वे लगभग तीन बजे के आस-पास कब्जा जमीन पर निंदाई कर रहे थे। उसी वक्त बागीचा थाना से थाना प्रभारी समेत एक गाड़ी में भरकर थाना के अन्य स्टाफ जमीन का विवाद सुलझाने के लिये आये हुए थे। बुजुर्ग दंपति ने बताया कि जब दोनो पति-पत्नी जमीन में निंदाई कर रहे थे उसी दौरान गावं के 14 लोग अचानक उन पर हमला कर मार-पीट करने लगे। इसमे दोनो को काफी चोट आई है और खून भी बहा है। बुजुर्ग दंपति को आरोप है कि मारपीट की यह घटना पुलिस वालों की मौजूदगी में घटी है।
इन 14 ग्रामीणों ने की मार-पीट
बुजुर्ग दंपति ने बताया कि मरोल गांव के 14 ग्रामीणों ने उनके साथ मार-पीट किया है। गांव के रतिलो बाई पति परसु राम, लालमईत बाई पिता सोन साय, परसु राम पिता महाबीर, सुमन्ती बाई पति रामसागर, अजीत राम पिता नईहर, वृन्द विहारी पिता रामाषंकर, दषरथ राम पिता सोन साय, वृषलाता राम पिता देवसाय, श्रीदास पिता पिछारू, रामबहाल, सूरजदेव, नागो पाण्डे, सरेष राम पिता विफता, एवंचन्द्रराम पिता लक्ष्मण के द्वारा मार-पीट किया गया है।
मंदिर बनाना चाहते हैं ग्रामीण
बुजुर्ग दंपति ने बताया कि उनके द्वारा कब्जा किये गये जमीन पर गांव वाले मंदिर का निर्माण कराना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि वे काफी गरीब हैं और कब्जा किये जमीन पर खेती-किसानी कर किसी तरह अपने और तीन बच्चो का पालन-पोषण करना चाहते हैं। जिन 14 ग्रामीणों के द्वारा मार-पीट किया गया है वे सभी कब्जा किये गये जमीन पर मंदिर का निर्माण करना चाहते हैं, जिसकी वजह से विवाद हुआ है। इसमें ग्रामीण और पुलिस वाले मिले हुए हैं।
लड़कर मर जाओ रिपोर्ट दर्ज नहीं करूंगा
बुजुर्ग दंपति ने बताया कि सभी 14 ग्रीमीणों के द्वारा उनके साथ मार-पीट करने के बाद वे घर लौट कर आ गये थे। मार-पीट कह वजह से उनके शरीर के कई हिस्सो से खून बह रहा था। कुछ देर बाद बागीचा थाना प्रभारी उसके घर आये और बोलने लगे कि तुम लोग गांव वालों के साथ लड़कर मर जाओं मैं रिपोर्ट दर्ज नहीं करूंगा।
इस घटना को लेकर कोई जानकारी नहीं है
उक्त घटना के संबंध में बगाीचा थाना प्रभारी के सरकारी मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि इस घटना को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है। घटना दिनांक को वे मरोल नहीं गये हुए थे और न ही वे ग्रामीणो को मारने का मौखिक आदेष दिये हैं। उन्होंने बताया कि वे आजकल पत्थलगड़ी ड्यूटी में व्यस्त हैं।