रायपुर। छत्तीसगढ़ कोरोना से लड़ाई में जरूर जीतेगा. हमें थकना नहीं है, निराश नहीं होना है, बल्कि तत्परता से इस लड़ाई को लड़ना है. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संभागीय कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षकों के साथ डीएफओ, सीसीएफ, जिला पंचायत सीईओ और नगर निगमों के आयुक्तों से चर्चा करते हुए कही.

अनलॉक 1.0 के दौरान प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचाव, राहत व्यवस्था के साथ सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी के दौरान सभी जिलों के कार्य प्रशंसनीय बताया. रविवार, शनिवार सहित सभी त्योहारों के दिन अधिकारी-कर्मचारियों ने काम किया है, इसके लिए उन्होंने सभी को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि अभी आंकड़े थोड़े बढ़े हैं, लेकिन मुझे विश्वास है जैसे आपने अभी तक नियंत्रण किया है, आगे भी करेंगे.

 रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग आईजी की तारीफ 

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर आईजी ने पैदल चलने वालों के लिए अच्छा काम किया. प्रवासी मजदूरों के लिए आवश्यक व्यवस्था के साथ चप्पलों की भी व्यवस्था की गई. विभिन्न राज्यों के लिए नामांकित नोडल अधिकारियों ने प्रशंसनीय कार्य किया. रायपुर जिला प्रशासन ने भी अच्छा काम किया है. क्वारेंटाइन सेंटर में भी अच्छी व्यवस्था की गई है. क्वारेंटाइन सेंटर में अच्छी व्यवस्था आवश्यक है.

उन्होंने कहा कि औद्योगिक उत्पादन और रोजगार देने में छत्तीसगढ़ अग्रणी रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों के साथ नगरीय क्षेत्रों में भी रोजगार उपलब्ध कराया गया है. साथ ही उन्होंने कुछ औद्योगिकी इकाइयों द्वारा बिना सूचना के श्रमिकों को बाहर से लाए जाने पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि मनरेगा अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छा काम हुआ है, लोगों को व्यापक रोजगार दिया गया है. समय पर मजदूरी भुगतान भी हुआ है.

अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री बघेल ने कोविड संकट के दौरान राज्य में वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों के बनाए गए राशन कार्ड, जॉब कार्ड एवं लेबर कार्ड, इंग्लिश मीडियम स्कूलों की स्थापना, शालाओं के शुरू करने से पहले उनके रंग-रोगन और आवश्यक मरम्मत, मनरेगा की प्रगति सहित अन्य मुख्यमंत्री शहर स्लम स्वास्थ्य योजना, सुपोषण अभियान, शासकीय हॉस्टल-आश्रम भवनों में आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता, जिलों में टिड्डी की समस्या, रेन वाटर हर्वेस्टिंग के साथ जारी मानसून सत्र में वृक्षारोपण की तैयारी की समीक्षा की.