रवि गोयल, सक्ती. जिले में संचालित अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय महाविद्यालय
(Atal Bihari Vajpayee Government College) शासन-प्रशासन की उपेक्षा का शिकार हो चुका है. चार साल बाद भी यह महाविद्यालय जुगाड़ के भवन में संचालित हो रहा है, जिसमें आज 600 से अधिक विद्यार्थी पढ़ रहे हैं.

कॉलेज के छात्र बताते हैं कि कमरों की कमी के कारण उनको लैब और लाइब्रेरी की सुविधा भी नहीं मिल पा रही है. वहीं कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि कॉलेज के लिए नए भवन की मांग उनके द्वारा कई बार की जा चुकी है.

बता दें कि, चार साल पहले सन 2018 में क्षेत्र के विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए इस महाविद्यालय की स्थापना नगरदा गांव में की गई थी. उस वक्त हायर सेकेंड्री स्कूल भवन के 5 कमरों में कॉलेज की शुरुआत की गई थी. जहां आज 600 से अधिक छात्र होने के बाद भी 5 कमरों तक ही सीमित है. कॉलेज में भवन की कमी होने की वजह से इस महाविद्यालय में कई प्रकार की परेशानी छात्रों को हो रही है. स्कूल की बिल्डिंग होने की वजह से सीमित कमरों में महाविद्यालय संचालित हो रहा है, जिसके चलते छात्रों के लिए यहां ना तो लैब रूम की व्यवस्था है ना ही लाइब्रेरी की. वही कॉलेज के शिक्षकों ने बताया कि स्वयं के भवन के लिए कई बार पत्राचार किया जा चुका है, मगर कॉलेज भवन निर्माण के लिए बजट नहीं मिल रहा है.