दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता(Rekha Gupta) पर बुधवार को उनके आवास पर आयोजित साप्ताहिक जन सुनवाई के दौरान हमला, CM रेखा गुप्ता जब लोगों की शिकायतें सुन रही थीं, उसी दौरान एक शख्स अपनी समस्या लेकर वहां पहुंचा और मुख्यमंत्री को थप्पड़ मार दिया।हमले के तुरंत बाद सुरक्षा कर्मियों ने आरोपी को हिरासत में लेकर सिविल लाइंस थाने पहुंचाया गया। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हमला किसी व्यक्तिगत गुस्से की वजह से हुआ या फिर इसके पीछे कोई साजिश थी।

भाजपा दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जनसुनवाई जनता की समस्याओं को सुनने और सुलझाने का माध्यम है, ऐसे कार्यक्रमों में इस तरह का हमला अस्वीकार्य है।

सुरक्षा कर्मियों ने तत्काल आरोपी को पकड़कर हिरासत में ले लिया। फिलहाल, पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और हमले की वजह अब तक साफ नहीं हो पाई है। घटना के बाद इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी।

कांग्रेस बोली – “बेहद दुखद, महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल”

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास पर जनसुनवाई के दौरान हुए हमले के बाद सियासत भी गरमा गई है। घटना में मुख्यमंत्री को हल्की चोटें आईं और आरोपी को मौके पर ही सुरक्षा कर्मियों ने हिरासत में ले लिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, “यह बेहद दुखद है। मुख्यमंत्री पूरी दिल्ली का नेतृत्व करती हैं और मुझे लगता है कि ऐसी घटनाओं की जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है। लेकिन यह घटना महिला सुरक्षा की पोल भी खोलती है। अगर दिल्ली की मुख्यमंत्री ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम आदमी या आम महिला कैसे सुरक्षित रह सकती है?”

पुलिस जांच में जुटी

दिल्ली पुलिस ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि हमला किसी निजी नाराजगी की वजह से हुआ या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है। आरोपी की पहचान को लेकर पुलिस ने अभी खुलासा नहीं किया है। अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के बाद ही पूरी जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।

हाल ही में शुरू हुआ मुख्यमंत्री जनसेवा सदन

गौरतलब है कि हाल ही में सिविल लाइंस इलाके के राजनिवास मार्ग पर ‘मुख्यमंत्री जनसेवा सदन’ कैंप ऑफिस की शुरुआत हुई थी। यहां हर सप्ताह जनसुनवाई आयोजित होती है, जहां लोग अपनी समस्याएं लेकर आते हैं और सुनवाई के बाद संबंधित विभागों को कार्रवाई के निर्देश दिए जाते हैं।