औरंगाबाद। जिले के रिसियप थाना क्षेत्र में सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। तेज रफ्तार हाइवा ट्रक ने सड़क किनारे पैदल जा रहे 13 साल के आयुष कुमार और 12 साल की बहन सलोनी कुमारी को रौंद डाला। दोनों भाई-बहन पास के गांव में कोचिंग पढ़ने जा रहे थे। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में दोनों को सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने आयुष को मृत घोषित कर दिया। सलोनी की हालत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज जारी है।

आक्रोशित ग्रामीणों ने किया हाईवे जाम

हादसे की खबर फैलते ही ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। सड़सा गांव के पास NH-139 पर लोगों ने करीब 2 घंटे तक सड़क जाम रखा। दोनों लेन पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। सूचना पर CO चंद्र प्रकाश, अंबा थानाध्यक्ष राहुल राज और रिसियप थानाध्यक्ष संजीत राम मौके पर पहुंचे। पुलिस-प्रशासन ने लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह जाम हटवाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

गांव के पास ब्रेकर नहीं, हादसे लगातार

स्थानीय लोगों का कहना है कि आयुष अपने परिवार का इकलौता बेटा था और घर का चिराग बुझ गया। ग्रामीणों ने बताया कि एक महीने में तीसरा हादसा है, जिसमें दो लोगों की जान जा चुकी है।
लोगों ने गांव के बाहर स्पीड ब्रेकर बनाए जाने की मांग की है ताकि ऐसे हादसों पर रोक लग सके।

सरकार से राजद ने नेता ने पूछा सवाल

हादसे के बाद RJD नेता इंजीनियर सुबोध कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और सरकार पर हमला बोलते हुए कहा सरकार चैन की नींद सो रही है। NH-139 के किनारे बसे गांवों के लोग हादसों से त्रस्त हैं। साल भर से फोरलेन की बातें हो रही हैं लेकिन ज़मीन पर कुछ नहीं दिखता। उन्होंने पूछा कि आख़िर और कितनी जानें जाएंगी तब सरकार जागेगी?

किशोर की मौत से गांव में मातम

आयुष की मौत से गांव में शोक की लहर है। परिजन बदहवासी की हालत में हैं। ग्रामीणों ने हादसों को रोकने के लिए प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है।