राष्ट्रीय कॉनक्लेव में विशेषज्ञों ने सुझाया जलवायु, जल और उद्योग के पर्यावरण संबंधी समस्याओं का निदान, प्रोफेसर्स और प्रशासन के नीति निर्माता हुए शामिल

अपात्र उप-कुलसचिव पर मेहरबान क्यों विश्वविद्यालय प्रबंधन ? अमान्य होने के बाद भी पद पर किया कब्जा, प्रभारी होने के बाद भी दस्तावेजों में लिख रहे रजिसट्रार