‘हरिजन होने के कारण गांव में नहीं मिलता कोई कमरा…’, जर्जर भवन में कैद ‘नौनिहालों का भविष्य’, पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने छुआछूत को बताया देश का दुर्भाग्य