धनराज गवली, शाजापुर। मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले से मानवता की मिशाल पेश करने वाली खबर सामने आई है। जी हां, जिला मुख्यालय में पिछले 10 वर्षो से ऑटो चालक दिलीप परमार द्वारा मानवीय परिचय देते हुए रात के समय में नि:शुल्क रूप से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंंचाने का पुनित कार्य किया जा रहा है। जब इसकी जानकारी जिले के कलेक्टर को लगी तो वे अपने आप को रोक नहीं पाए और अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियो के साथ लालपुरा स्थित दिलीप परमार के घर पहुंचे और तालियां बजाकर उसका सम्मान किया। 

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ऑटो चालक दिलीप परमार का कहना है कि वे 10 साल से अधिक समय से केवल रात्रि में महिलाओं की डिलीवरी के लिए नि:शुल्क ऑटो सेवा देते हैं, क्योंकि दिन में तो कई साधन मिल जाते हैं। रात में जाने के लिए साधनों की कमी देखी जाती है। रात में कभी भी फोन आता है, तो वे अपने ऑटो से गर्भवती महिला को नि:शुल्क अस्पताल पहुंचाते हैं। 

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दिलीप परमार का कहना है कि शहरी क्षेत्र में जननी वाहन नहीं है, ग्रामीण क्षेत्रों के लिए है। कई बार समय पर गर्भवती महिलाओं के अस्पताल नहीं पहुंचने से जच्चा-बच्चा को हानि हो जाती है। यह काम करने से मुझे आत्मसंतुष्टि और खुशी मिलती है। दिलीप परमार ने बताया कि बीते करीब 10 सालों में वो हजारों महिलाओं को डिलीवरी के लिए नि:शुल्क अस्पताल पहुंचा चुके हैं। वहीं उनके इस नेक काम की पूरे क्षेत्र में चर्चा हो रही है। 

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