दिल्ली. देश में ऑटो उद्योग का बुरा हाल है। कहा जा रहा है कि पैसेंजर व्हीकल और कारों की बिक्री का वजह से उद्योग को लगातार झटका पर झटका मिल रहा है। देश में यात्री वाहनों की बिक्री में अप्रैल महीने में गिरावट दर्ज की गई है।

यात्री वाहनों की घरेलू बाजार में बिक्री अप्रैल में 17.07 प्रतिशत गिरकर 2,47,541 इकाइयों पर रही। इससे पहले, अप्रैल 2018 में 2,98, 504 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी। देश में वाहन उद्योग की हालात यह हैं कि विश्व प्रसिद्ध कंपनी मारूति ने पिछले 3 महीनों में अपना प्रोडक्शन लगभग 39 प्रतिशत घटा दिया है।

जानकारों का कहना है कि ऐसे हालात रहें तो नौकरी पर भी संकट मंडरा सकते हैं। भारतीय वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, घरेलू बाजार में कारों की बिक्री अप्रैल में 19.13 प्रतिशत गिरकर 1.60,279 वाहन रही। एक साल पहले के इसी महीने में 2.00,183 कारें बेची गईं।

अक्टूबर 2011 के बाद यह यात्री वाहन क्षेत्र की बिक्री में सबसे बड़ी गिरावट है। अक्टूबर 2011 में बिक्री में 19.87 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। भारतीय वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, दोपहिया, वाणिज्यिक वाहनों समेत सभी प्रमुख वाहन श्रेणियों में अप्रैल में बिक्री में गिरावट दर्ज की गई।