महादेव के भक्त उन्हें भोले बाबा के नाम से बुलाते है और ऐसे इसलिए की शंकर भगवान अन्य देवताओं की तुलना में सबसे ज्यादा भोले और जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता माने जाते है. भगवान शिव के बारे में माना जाता है भोले होने के कारण वो जितने जल्दी प्रसन्न होते है उतने ही जल्दी क्रोधित भी हो जाते है. ऐसा माना जाता है कि जब शिव शंकर के मंदिर में हर कभी ताली बजाते हैं तो उससे भगवान क्रोधित हो सकते हैं. जिस कारण आशा के प्रतिकूल फल प्राप्त होता है. एक छोटी सी गलती हमारे सारे कर्मों को भी विफल कर देती है. पूजा के दौरान मनोकामना पूर्ति के लिए ताली बजाना विशेष महत्व रखता है.
ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव हमेशा ध्यान मग्न रहते हैं और ताली बजाने से उनका ध्यान भंग होता है. जिस कारण शिव के गण रुष्ट हो जाते हैं और व्यक्ति कि दंड स्वरुप मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. इसलिए आप जब भी भगवान शिव के मंदिर जाए तो ये बात हमेशा याद रखें. शिव पूजा में दिन में ताली नहीं बजाई जाती. क्योंकि भगवान शंकर हमेशा ध्यान में रहते हैं. इसलिए दिन में ताली बजने से भगवान शिव के ध्यान में विघ्न आ सकता है.
शिव मंदिर में तीन बार ताली बजाने का प्रमाण है
पहेली ताली – शिव को उपस्थिती बताने के लिए बजाई जाती है.
दूसरी ताली – हम अगर शंकर से कुछ ना मांगे तो भी शिव हमारे घर मैं भंडार भरे.
तीसरी ताली – शिव की सरनागति प्राप्त करने.
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