रायपुर: शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर के सार्वजनिक स्वास्थ्य दंत चिकित्सा विभाग ने डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा निर्धारित 20 मई से 5 जून 2025 तक के “विश्व तंबाकू निषेध दिवस” के उपलक्ष्य में विविध जनजागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया. इस वर्ष की थीम “अनमास्किंग अपील- तंबाकू और निकोटिन उत्पादों पर उद्योग की रणनीतियों का खुलासा” रही, जिसका उद्देश्य समुदाय में दंत स्वास्थ्य और मौखिक स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था.

आयोजन की सफलता में प्राचार्य डॉ. वीरेन्द्र वाढेर के मार्गदर्शन में विभागाध्यक्ष डॉ. मिलिंद वासनीक, डॉ. अमित वस्ती, डॉ. सोपान सिंह, डॉ. रामकृष्ण चेव्वुरी, डॉ. अभिनव पारख, डॉ. मनीष राठौड़, डॉ. शिल्पा जैन, पीजी छात्रों डॉ. पूनम नारंग, डॉ. आरुही सिन्हा, डॉ. नेहा रानी, डॉ. रिया गर्ग, डॉ. रश्मि राठौर, डॉ. जी. नव्या, साथ ही इंटर्न्स, प्रथम से अंतिम वर्ष के छात्रों और कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. डॉ. शिल्पा जैन ने कॉलेज में स्थापित नशा मुक्त केंद्र के बारे में जानकारी दी.

महाविद्यालय परिसर में रंगोली, पोस्टर और रील प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने रचनात्मक ढंग से तंबाकू निषेध का संदेश प्रस्तुत किया. इसके साथ ही, छात्रों और दंत चिकित्सकों ने महाविद्यालय परिसर से मेकाहारा, ऑक्सिजोन और कलेक्टर कार्यालय तक एक जागरूकता रैली निकाली, जिसमें तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक किया गया.

परिसर में एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी हुआ, जिसमें छात्रों ने प्रभावशाली अभिनय के माध्यम से तंबाकू और निकोटिन उत्पादों से जुड़ी सामाजिक व स्वास्थ्य समस्याओं को उजागर किया. नाटक के बाद शपथ ग्रहण समारोह आयोजित हुआ, जिसमें रोगियों, छात्रों, शिक्षकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने तंबाकू मुक्त जीवन की शपथ ली.

31 मई को आरंग में एक विशेष मौखिक स्वास्थ्य परीक्षण और परामर्श शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया. 5 जून तक अन्य स्थानों पर भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिनका उद्देश्य तंबाकू उपयोगकर्ताओं को परामर्श और सहायता प्रदान करना है. इन गतिविधियों का लक्ष्य तंबाकू और निकोटिन उत्पादों की हकीकत को उजागर करना, उद्योग द्वारा फैलाए गए भ्रम को दूर करना और विशेष रूप से युवाओं को सुरक्षित और जागरूक बनाना है.