Ramlala Pran Pratishtha Mahotsav First Anniversary. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा वर्षगांठ महोत्सव के लिए अयोध्या नगरी दुल्हन की तरह सज गई है. सारी नगरी रामधुन में रम गई है. चारो ओर राम नाम की गूंज है. वहीं महोत्सव के लिए मंदिर में विशेष साज-सज्जा की गई है. मंदिर परिसर को 50 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया है. 11 नंबर के वीआईपी गेट को भी भव्य तरीके से सजाया गया है. इधर प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर लाखों भक्त रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंच रहे हैं.

बता दें कि राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को एक साल पूरा पर प्रतिष्ठा द्वादशी मनाई जा रही है. ये महोत्सव 13 जनवरी तक चलेगा. जिसमें तीनों दिन विभिन्न आयोजन होंगे. समारोह का शुभारंभ आज रामलला के अभिषेक से होगा. रामलला का पूजन और अभिषेक का सिलसिला शुरू होगा. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जिस विधिविधान से रामलला का अभिषेक किया गया था, उसी तर्ज पर प्रतिष्ठा द्वादशी पर भी रामलला का अभिषेक पंचामृत, सरयू जल आदि से किया जाएगा. अभिषेक-पूजन के बाद ठीक 12:20 बजे रामलला की महाआरती होगी. 22 जनवरी को 12:20 बजे ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान हुआ था. इन तीन दिनों में पांच स्थानों पर धार्मिक अनुष्ठान होंगे.

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इस आयोजन के लिए यज्ञ मंडप, राम जन्मभूमि मंदिर का आंतरिक हिस्सा, यात्री सुविधा केंद्र, और अंगद टीला पर विशेष कार्यक्रम होंगे. अंगद टीला पर आम जनता को बिना रोक-टोक के प्रवेश मिलेगा, जहां तीन से चार प्रकार के कार्यक्रम होंगे. यहां पर 6 घंटे की अवधि में 2000 मंत्रों का उच्चारण और अग्नि देवता को आहुतियां दी जाएंगी. इस दौरान हनुमान चालीसा, राम रक्षा स्तोत्र, विष्णु सहस्त्रनाम और भगवान राम का बीज मंत्र का पाठ भी होगा. इसके अलावा, मंदिर में शाम को राग सेवा पेश की जाएगी, जिसमें स्थानीय, प्रांतीय और अखिल भारतीय स्तर के गायकों और वादकों का गायन होगा.

अंगद टीला स्थल पर 5000 के मेजबानी की व्यवस्था

मंदिर ट्रस्ट के अनुसार लगभग 110 आमंत्रित वीआईपी भी इस समारोह में शामिल होंगे. अंगद टीला स्थल पर एक जर्मन हैंगर टेंट लगाया गया है. जिसमें 5,000 लोगों तक की मेजबानी की जा सकती है. श्रद्धालुओं को भी ये भव्य कार्यक्रम को देखने का अवसर मिलेगा. जिसमें मंडप और यज्ञशाला में प्रतिदिन आयोजित होने वाले शास्त्रीय सांस्कृतिक प्रदर्शन, अनुष्ठान और रामकथा प्रवचन शामिल हैं.