अयोध्या. प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह के पावन अवसर पर बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर, अयोध्या में स्थित माता अन्नपूर्णा देवी मंदिर में पूजन कर ध्वजारोहण किया. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश वासियों के सुखमय, शांतिमय, आरोग्यमय और समृद्धिमय जीवन की कामना की.

बता दें कि इससे पहले बीते 25 नवंबर को श्रीराम मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ध्वजारोहण किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर के मुख्य शिखर पर 161 फीट की ऊंचाई पर भव्य धर्म ध्वज फहराकर रामायण कालीन आध्यात्मिक परंपरा को सजीव किया. ध्वजारोहण प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही अभिजीत मुहूर्त में पूरे परिसर में शंखनाद, वैदिक मंत्रोच्चार और घंटियों की ध्वनि गूंज उठी, जिसने वातावरण को पूर्णत: आध्यात्मिक बना दिया था.

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मुख्य मंदिर में लगे धर्मध्वजा की विशेषता

धर्म ध्वजा के बारे में बताते हुए ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देवगिरी महाराज ने कहा कि यह ध्वजा पूरी तरह रघुवंशी परंपराओं के अनुरूप तैयार की गई है। वाल्मीकि रामायण में वर्णित परंपराओं से प्रेरित इस ध्वज में तीन पवित्र प्रतीक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सूर्य सत्य, प्रकाश और धर्म का शाश्वत प्रतीक है। ॐ अनादि-अनंत ब्रह्मांडीय ऊर्जा का और कोविदार वृक्ष विजय और समृद्धि का द्योतक है। भगवा रंग का यह ध्वज धर्म-संरक्षण, तपस्या और त्याग का प्रतिनिधित्व करती है। ध्वजा की लंबाई 22 फीट और चौड़ाई 11 फीट है। इसे संभालने वाला ध्वजदंड 42 फीट ऊंचा है, जिसमें 10 फीट संरचना के भीतर और 32 फीट बाहर स्थित है। ध्वज 360 डिग्री घूमने वाली विशेष चैंबर पर स्थापित है और यह 60 किमी प्रति घंटे तक की हवा की गति को सहन कर सकता है।