विक्रम मिश्र, अयोध्या। रामनगरी अयोध्या इस समय निहाल है और हो भी क्यों न… आखिर अयोध्या नरेश के तिलकोत्सव का दिन जो है। रामसेवकपुरम में राम जी के तिलकोत्सव को लेकर भव्य आयोजन हुआ। मंत्रोच्चार से पूरी अयोध्या गुंजायमान हुई। चारों तरफ खुशी और हर्षोल्स का माहौल था। ऐसा मानो आज त्रेतायुग जीवंत हो उठा हो।
अयोध्या के रामसेवकपुरम में भगवान श्रीराम का तिलकोत्सव कार्यक्रम वैदिक रीति रिवाज के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में नेपाल के मधेश राज्य के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ शामिल हुए।
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आज तिलक चढ़े रघुनंदन के
आज तिलक चढ़े रघुनंदन सरीखे मंगल गीतों से महिलाओं ने माहौल बना दिया था। जबकि आन्हर बाने तिलकहरू चढ़ावे भुजी भांग जैसे गारी गीत से भी नेपाल से आये राम जी ससुरालियों को अयोध्या की महिलाओं ने खूब चिढ़ाया। वर पक्ष से श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दशरथ की भूमिका में तिलक स्वीकार किया तो वहीं वधु पक्ष से नेपाल के मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश सिंह ने राम जी को तिलक चढ़ाया।
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जनकपुर से 300 से अधिक तिलकहरू पहुंचे थे अयोध्या
जनकपुर से 300 से अधिक तिलकहरू रात में ही अयोध्या पहुंच गए थे। राजा राम के दरबार मे हाजिरी भी लगाई थी। आपको बता दें कि भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी का संबंध है। यह संबंध सदियों पुराना है। इसी संबंध का निर्वहन करने जनकपुर से तिलक लेकर तिलकहरू अयोध्या आए हैं। तिलकोत्सव के बाद अयोध्या से 26 नवंबर को राम बरात जाएगी।
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