Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या. रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर का निर्माण अगले साल की पहली जून तक पूरा करने की तैयारी है. इस ऐतिहासिक मंदिर में प्रभुराम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव के लिए भगवान सूर्य नारायण के उत्तरायण होने की प्रतीक्षा की जाएगी.
यह दावा रामजन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का है. उनका अनुमान है कि गत दिवस से रामलला के मंदिर के गर्भगृह के निर्माण की शुरूआत हुई है. इसे एक साल में पूरा करने की तैयारी है.
न्यूनतम समय में ग्रेनाइट आपूर्ति कराई
मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन व सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी मिश्र ने एक बातचीत में स्वीकार किया कि दो टन के ग्रेनाइट पत्थरों को ट्रकों से लाना है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साउथ से ग्रेनाइट को जल्द से जल्द मंगाने के लिए सामानों की आपूर्ति कंटेनर से कराने के लिए ग्रीन पैसेज की अपील की गई. इस पर हम लोगों ने रेलवे से औपचारिक मदद का आग्रह किया और भरपूर सहयोग मिला. इसके माध्यम से दक्षिण से ग्रेनाइट कानपुर मंगाया और फिर ट्रेलर से अयोध्या भेजा जा रहा है. इस दौरान कानपुर से अयोध्या के बीच ट्रैफिक सुविधा भी मुहैया कराई गयी.
मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन व सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी मिश्र ने एक बातचीत में स्वीकार किया कि दो टन के ग्रेनाइट पत्थरों को ट्रकों से लाना है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साउथ से ग्रेनाइट को जल्द से जल्द मंगाने के लिए सामानों की आपूर्ति कंटेनर से कराने के लिए ग्रीन पैसेज की अपील की गई. इस पर हम लोगों ने रेलवे से औपचारिक मदद का आग्रह किया और भरपूर सहयोग मिला. इसके माध्यम से दक्षिण से ग्रेनाइट कानपुर मंगाया और फिर ट्रेलर से अयोध्या भेजा जा रहा है. इस दौरान कानपुर से अयोध्या के बीच ट्रैफिक सुविधा भी मुहैया कराई गयी.
ट्रस्ट के लिए बेहद महत्वपूर्ण कड़ी बने नृपेन्द्र मिश्र
राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन एवं सेवानिवृत्त आईएएस अफसर नृपेन्द्र मिश्र हर महीने निर्माण कार्य के प्रगति की समीक्षा करते हैं. वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सलाहकार रह चुके हैं. प्रधानमंत्री मोदी की सलाह पर मिश्र को यह महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा गया है. इस पद पर उनके होने से रामजन्मभूमि ट्रस्ट को हर स्तर पर मदद मिल रही है. कर्नाटक व तेलंगाना से ग्रेनाइट की सुविधापूर्ण ढंग से आपूर्ति का है, जिसके कारण एक जून से गर्भगृह निर्माण शुरू हो सका.
तीन माह के लिए उपलब्ध है जरूरी सामग्री
रामजन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि फर्श की ऊंचाई बढ़ाने के काम के समानांतर गर्भगृह के निर्माण का काम भी चलेगा. उन्होंने बताया की गर्भगृह निर्माण के लिए नक्काशीदार पत्थरों की इतनी मात्रा उपलब्ध है जिससे कि तीन महीने अनवरत काम चलता रहेगा. इस बीच अयोध्या सहित राजस्थान में चार कार्यशाला में नक्काशीदार पत्थर तैयार होकर यहां पहुंच जाएंगे. अयोध्या के रामसेवकपुरम में शुरू हुई कार्यशाला में पत्थरों की नक्काशी भी बीते 25 मई से शुरु हो गयी है.
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