कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट सक्रीय हो गया है। लगातार छापामार कार्रवाई कर अमानक दवाइयों की जांच की जा रही है। इस बीच छिंदवाड़ा से लिए गए कई आयुर्वेदिक दवाइयों का सैंपल लिया गया था, लेकिन जांच में वे फेल हो गई है। 

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दरअसल, कई आयुर्वेदिक दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतरीं। जबलपुर में आयुर्वेद विभाग ने इन दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी है। सात तरह की औषधियां जांच के लिए ग्वालियर भेजी गई थी। 7 आयुर्वेद उत्पाद के सैंपल अमानक पाए गए हैं।

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जांच के बाद घृत, रस और सिरप जैसी दवाएं तत्काल बैन कर दिए गए हैं। गिलोय सत्व, कामदुधा रस, मुक्त शक्ति भस्म, लक्ष्मी विलास रस, कफ कुठार रस, कासामृत सिरप भी इनमें शामिल है। 

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