रायपुर. शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर कला संकाय के विद्यार्थी अब सड़क पर उतर आए हैं. अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे विद्यार्थी और बेरोजगार का कहना है कि पिछले 12 सालों से सरकार ने कोई भर्ती नहीं निकाली है, जिससे वे ताना कसी के शिकार हो रहे हैं.

दरअसल, कला संकाय के विद्यार्थी और बेरोजगार शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर हड़तल कर रहे हैं. उनका कहना है कि भर्ती नहीं होने से उन्हें और परिजनों को ताने सुनने पड़ रहे हैं. कला संकाय के विद्यार्थियों ने अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि लोग ताना कसकर कहते हैं कि पढ़कर क्या कर लिए ? इतना ही नहीं हमारे परिजनों को ताना कसते हुए कहते हैं छोटे-छोटे को नौकरी मिल गई तुम्हारे बच्चे का क्या हुआ?

तीन लाख से ज्यादा विद्यार्थी कर रहे भर्ती का इंतजार

डीएड बीएड कला संकाय के उपाध्यक्ष कामेश्वर यादव ने बताया कि पोस्ट नहीं आने से तकीब 30 हजार योग्य विद्यार्थियों की उम्र निकल गई वहीं इससे ज्यादा की आयु सीमा भी खत्म होने की कगार पर है. शिक्षक की योग्यता रखने वाले करीब तीन लाख से ज्यादा विद्यार्थी भर्ती का इंतजार कर रहे हैं. विद्यार्थियों का कहना है कि हमने लाखों खर्चकर पढ़ाई की है, लेकिन वर्तमान में हमारी डिग्री एक कागज का टुकड़ा रह गई है.

सरकार को याद दिलाया वादा

कामेश्वर ने कांग्रेस को उनका वादा याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने घोषणा पत्र में कहा गया था कि 50 हजार शिक्षकों की भर्ती करेंगे. लेकिन अब तक 14 हजार 500 शिक्षकों की भर्ती भी नहीं हो पाई है. उसमें भी कला संकाय के लिए एक भी सीट नहीं थी.

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