रोहित कश्यप, मुंगेली। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर मुंगेली जिले के मोतिमपुर (अमरटापु धाम) और लालपुर धाम पहुंचे. यहां मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण सौगातें दी है. आस्था और श्रद्धा के केंद्र मोतिमपुर अमरटापु धाम में भूपेश बघेल ने स्थापित गुरु घासीदास मंदिर में पूजा अर्चना कर राज्य के 2 करोड़ 80 लाख जनता की खुशहाली के लिए कामना की. कार्यक्रम के दौरान आयोजन समिति की मांग पर मोतिमपुर को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की घोषणा की. इसके अलावा मंगल भवन निर्माण सहित रोड निर्माण के लिए भी कई सौगातें दिए है.

सीएम लालपुर धाम में आमजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाबा गुरू घासीदास का संदेश है कि सत्य ही मानव जीवन का आभूषण है. सत्य से ही सत्कर्म, सद्भाव और सदगुणों का विकास होता है. उन्होंने कहा कि बाबा का संदेश आज भी औचित्य पूर्ण और प्रासंगिक है. वे आज मुंगेली जिले की तहसील लालपुर मुख्यालय में सतनामी समाज द्वारा आयोजित बाबा गुरूघासी समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सभी मनुष्य एक समान है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा ने हमें समता मूलक समाज की स्थापना का संदेश दिया.

उन्होंने कहा कि बाबा ने हमें आडंबर, काम क्रोध अंध भक्ति, मोह, बलि प्रथा का त्याग कर प्रेम और भाई चारे से जीने का संदेश दिया. मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बाबा ने महिला और पुरूष दोनों को समान दर्जा दिया और समानता का व्यवहार किया. उन्होंने कहा कि पंथी गीत के माध्यम से बाबा ने छत्तीसगढ़ी भाषा का सम्मान किया. हमारे बीच आपसी भाई चारा प्रेम और सदभाव की भावना होनी चाहिए.

मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन के दौरान अनुसूचित जाति वर्गों के विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की. उनमें नवा रायपुर में गरीब 10 एकड़ क्षेत्र में बाबा गुरू घासीदास के संदेश और उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने बाबा गुरूघासी शोधपीठ एवं संग्रहालय की स्थापना अनुसूचित जाति के मेघावी विद्यार्थियों को प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए राष्टीय स्तर की एआई ट्रीपल ई, निट, जेईई परीक्षा प्रवेश की तैयारी के लिए 200 सीटर छात्रावास और कोंचिग सेंटर की स्थापना की घोषणा की.

छत्तीसगढ़ी संस्कृति की पहचान, पंथी नृत्य के राज्य स्तरीय समारोह में शामिल होने वाले नर्तक दलों को देवदास बंजारे की स्मृति में पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे. मंत्री मंडल द्वारा लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नगरीय निकाय क्षेत्रों में शासन द्वारा जमीन और भवन उपलब्ध कराकर डायग्नोस्टिक सेंटर्स की स्थापना की कारवाई की जाएगी. यहां सस्ती दर पर पैथोलाजिकल टेस्ट किये जाएंगे. इससे आम नागरिकों को रक्त, मूत्र तथा अन्य जांच की सुविधा सस्ती दर पर उपलब्ध हो सकेंगी. मुख्यमंत्री ने सतनामी कल्याण समिति बंधवा की विभिन्न मांगों पर उनके निराकरण का आश्वासन दिया.

 

समारोह की अध्यक्षता करते हुए लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी तथा ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कहा कि बाबा के संदेश का अनुशरण करते हुए हमें ऐसा काम करना चाहिए, जिससे किसी दूसरे व्यक्ति को कष्ट न हो तभी हमारा जीवन सफल होगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा घोषणा पत्र में 36 कार्यों का उल्लेख किया गया था इनमें से 24 कार्य पूरे किये जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि राज्य के सभी समाज वर्गों के लोगों को उनके विकास का समान अवसर मिले.

समारोह को नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, विधायक धर्मजीत सिंह, पूर्व मंत्री एवं विधायक पुन्नूलाल ने भी संबोधित किया. इसके पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जैतखाम की पूजा-अर्चना की और जैत खाम में सफेद ध्वज का रोहण किया.

इस अवसर पर सांसद अरूण साव, पूर्व राज्य सभा सदस्य कमला मनहर, लोरमी जनपद अध्यक्ष मीना नरेश पाटले,  सीमा वर्मा, अटल श्रीवास्तव, कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा, पुलिस अधीक्षक  अरविंद कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नुपुर राशि पन्ना, सतनामी समाज के पदाधिकारी, सदस्य सहित बड़ी संख्या में सतनाम पंथ के अनुयायी उपस्थित थे.