कुमार इंदर, जबलपुर। वित्तीय वर्ष खत्म होने में सिर्फ 1 दिन बचा है। वहीं जबलपुर नगर निगम (jabalapur nagar nigam) संपत्ति कर समेत समस्त कर वसूलने में इस बार भी पिछड़ गया है। लाख कोशिशों और एड़ी चोटी का जोर लगाने के बाद भी नगर निगम साल 2021-2022 की कर वसूली में अपने लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है। नगर निगम तय लक्ष्य का 50% टारगेट भी पुरा नहीं कर पाया है। वहीं लोगों का कहना है कि, क्योंकि पिछले दो साल से कोरोणा काल चल रहा था लिहाजा कुछ लोगों टैक्स भरने का और समय सीमा बढ़ाई जाना चाहिए

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साल 2021-2022 के वित्तीय वर्ष खत्म होने को है लेकिन नगर निगम का अमला इस फाइनेंशियल यर का समस्त कर जुटाने के अपने टारगेट में काफी पीछे चल रहा है। इस बार नगर निगम ने कुल 431 करोड़ का टारगेट रखा था। वहीं टारगेट से काफ़ी पीछे चल रहा है। अब तक कुल कर की बात करे तो नगर निगम ने समस्त मद से 260 करोड़ की वसूली कर पाया है। जबकि पिछले साल नगर निगम ने कुल 210 करोड़ रुपए की आय अर्जित की थी।

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बात संपत्ति कर की करे तो आज की तारीख तक 90 करोड़ रुपए की वसूली हो पाई है। जबकि शहर में 2 लाख 83 हजार संपत्ति करदाता नगर निगम की सूची में दर्ज है, जिसमें से 8 लाख संपत्ति करदाता इस साल ही जुड़े हैं। इनमें से नगर निगम अब तक कुल 1 लाख 80 हजार संपत्ति कर दाताओं तक ही पहुंच सका है। या यूं कहें कि नगर निगम ने अब तक 1 लाख 80 हजार संपत्ति करदाताओं से ही 2021-22 की 90 करोड़=की कर वसूली कर पाया है। हालांकि निगम के उपायुक्त का कहना है कि अभी वित्तीय वर्ष खत्म होने में 1 दिन बचा हैं लिहाजा उन्हें काफी कुछ उम्मीद बनी हुई है।

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एड़ी एड़ी चोटी का जोर लगाने के बाद भी इस बार नगर निगम 1 लाख 75 हजार संपत्ति करदाताओं से महज 90 करोड़ सम्पत्ति कर वसूल पाया है, जबकि पिछले साल नगर निगम ने इससे जायदा कर वसूली की थी। वहीं नगर निगम का मानना है कि हाल ही में तेजी से लगते नेशनल लोक अदालत भी संपत्ति कर के पिछड़ने का एक कारण है। नगर निगम का कहना है क्योंकि लोग नेशनल लोक अदालत के माध्यम से अपनी संपत्ति कर का निपटारा करवा लेते हैं, जिसके चलते रूटीन टेक्स भरने वाले भी लगातार कम होते जा रहे हैं।

फैक्ट फाइल
1 लाख 80 हजार संपत्ति करदाताओं से महज 90 करोड़ की कर वसूली

होर्डिंग में 3 करोड़ रुपए का टारगेट था लेकिन इस साल ये आंकड़ा 1 करोड़ भी नहीं पहुंच पाया है।

जलकर ने नगर निगम ने 28 करोड़ रूपए जुटा पाया है, जबकि पिछले साल जल 32 करोड़ था।

कालोनी सेल से 13 करोड़ 29 लाख 45,739 रूपये कर वसूली हो पाई है।
स्वच्छता कर से 4 करोड़ रुपए की वसूली
शिक्षा उपकर 20 करोड़, 34 लाख रुपए की वसूली

एडवांस जमा करने पर छूट भी खजाना नहीं भर सका
हालांकि इस बार नगर निगम ने एडवांस टैक्स जमा करने पर भी 6.25% की छूट रखी थी। इसके आलावा निगम ने समय पर संपत्ति कर भरने पर ऑन स्पॉट छूट का भी प्रावधान किया था। टैक्स ना भरने वालों के खिलाफ़ कुर्की की कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाई थी। बावजूद इसके निगम अपने टारगेट से काफ़ी पीछे चल रहा है।

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