नई दिल्ली . हवा की दिशा में बदलाव का असर दिल्ली में प्रदूषण स्तर साफ दिखाई दे रहा है. गुरुवार को दिल्ली के आठ इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 अंक से ऊपर यानी खराब श्रेणी में पहुंच गया. हालांकि, समग्र तौर पर अभी हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बनी हुई है.
मानसून की वापसी के बाद अब हवा की दिशा उत्तरी-पश्चिमी हो गई है. हवा की रफ्तार भी कम है. इसके चलते धूल कणों से होने वाला प्रदूषण ज्यादा देर तक वातावरण में ठहर रहा है. गुरुवार को दिल्ली के आठ इलाकों की हवा खराब श्रेणी में पहुंच गई. हालांकि, समग्र तौर पर दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 177 अंक पर यानी मध्यम श्रेणी में रहा. े वायु गुणवत्ता अर्ली वार्निंग सिस्टम के मुताबिक, अगले दो दिनों में दिल्ली की हवा में प्रदूषक कणों में और इजाफा हो सकता है. इससे शुक्रवार और शनिवार को समग्र तौर पर दिल्ली की हवा खराब श्रेणी में पहुंच सकती है.
धूलरोधी अभियान चलेगा जाड़े में प्रदूषण की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार शनिवार से महीनेभर का धूल रोधी अभियान चलाएगी. इस दौरान धूल नियंत्रण के उपाय न करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.
न्यूनतम पारे में गिरावट, रातें और सर्द होंगी
दिल्ली में दिन में तेज धूप से लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ है. गुरुवार को मानक वेधशाला सफदरजंग का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम रहा. इससे रात में और ठंड का एहसास होने की उम्मीद है.
तेजी से बढ़ रही पराली जलाने की घटनाएं
हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. अब इसका धुआं उत्तर पश्चिमी हवा के साथ दिल्ली आने लगा है.