आदित्य मिश्रा, अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में 24 घंटे के अंदर दूसरी बार नहर की पटरी कटने से 15 किसानों की लगभग पचीस बीघा फसल जलमग्न हो गई है। एक दिन पहले किसानों ने नहर कटने की सूचना विभाग को दी थी। जिस पर विभाग की ओर से महज खानापूर्ति कर दी गई। नहर की पटरी कटने से नाराज किसानों ने नहर विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। नहर विभाग ने नहर की कटी पटरी को दुरुस्त कर दिया है। जिसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
25 बीघा से अधिक फसल जलमग्न
दरअसल, ये पूरा मामला जिले के संग्रामपुर ब्लाक के पूरे पतऊ का पुरवा गांव का है। जहां, 24 घंटे के अंदर एक ही स्थान पर दूसरी बार नहर विभाग की लापरवाही से नहर कटने से लगभग 15 किसानों के 25 बीघा से अधिक फसल जलमग्न हो गई है। दूसरी बार फसल जलमग्न हो जाने पर किसानों ने नहर विभाग के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर नुकसान का मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।
शारदा सहायक खंड 41 जायस रजबहा से निकली संग्रामपुर माइनर का पानी 24 घंटे से किसानों के खेत मे जा रहा था। ग्रामीण रामकरन यादव ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह नहर जब कटी तो विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई थी। मौके पर पहुंचकर देर शाम तक अधिकारियों ने नहर के पटरी पर मिट्टी डालकर खाना पूर्ति की गई। अगले दिन तड़के सुबह करीब तीन बजे नहर मिट्टी डाले गए स्थान पर फिर से कट गई।
किसानों की फसल हुई जलमग्न
किसान कुंवर बहादुर सिंह ढाई बीघा, दिलीप सिंह 3 बीघा 5 बिस्वा, लालजी यादव 7 बिस्वा, दीनानाथ वर्मा 7 बिस्वा, शिवपूजन यादव एक बीघा 6 बिस्वा, मुन्ना शर्मा 10 बिस्वा, झब्बर सिंह 12 बिस्वा, जगत बहादुर 10 बिस्वा, धर्म राज सिंह 17 बिस्वा, देशराज 17 बिस्वा, जगदीश प्रसाद डेढ़ बीघा, इसराजी 12 बिस्वा, रमाशंकर 2 बीघा, उमाशंकर 5 बिस्वा, सुरेंद्र 10 बिस्वा आदि किसानों की फसल जगमग्न होकर नुकसान हुआ है। शारदा सहायक खंड के एई संजय कुमार जेई रवि कुमार सूचना के बाद गांव में पहुंचे और जेसीबी की मदद से मौके पर बोरियों में मिट्ठी भरकर पटरी को ठीक किया।
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