शिवम मिश्रा,रायपुर। नवा रायपुर स्थित आईटीएम यूनिवर्सिटी के कैंपस में विश्वस्तरीय बैडमिंटन का शुभारंभ 14 सितंबर को सुबह 10.30 बजे किया जाएगा. इस मौके पर बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सचिव अजय सिंघानिया और अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी श्रीकांत किदार्बी मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी वर्जुअल रूप से जुड़ेंगे. आईटीएम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. विकास सिंह ने कहा कि बैडमिंटन के प्रति छात्रों में रुझान बढ़ रहा है. हमने कैम्पस के 3 फ्लोर में सुसज्जित सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन एकेडमी बनाया है. इसमें 8 कोर्ट, जिम, योगा ट्रेनिंग, आदि की व्यवस्था रहेगी. जिसके पास टैलेंट है और उसकी आर्थिक स्तिथि ठीक नहीं है. ऐसे बच्चों के लिए भी विशेष व्यवस्था कर प्रवेश दिया जाएगा.

आज के दौर में जब हमारे खिलाड़ी अपने देश का परचम ओलंपिक्स के खेलों में लहरा रहें हैं, तो युवाओं में खेल के प्रति जोश और उत्साह और भी बढ़ गया है. आईटीएम यूनिवर्सिटी द्वारा इसे ध्यान में रखते हुए एक ऐसी नवीनतम विश्वस्तरीय सुविधायुक्त बैडमिन्टन अकादमी का आरम्भ करने का प्रयास किया गया है. जहां खेल और पढ़ाई दोनों को ही प्राथमिकता देते हुए विश्व स्तरीय प्रशिक्षण दिया जा सके. 2016 में आईटीएम प्रबंधन द्वारा खिलाड़ी पी.वी. सिंधु के ओलंपिक में रजत पदक जीतने पर उनके सम्मान में मुंबई में एक भव्य समारोह का आयोजन किया था. तभी उनके द्वारा 2 विश्व स्तरीय बैडमिंटन अकादमियों के निर्माण की घोषणा की गई थी. जिनमें एक रायपुर और दूसरी बड़ौदा में बनाए जाने का फैसला लिया गया था.

टाटा ट्रस्ट के सहयोग से रायपुर में यह विश्व स्तरीय बैडमिंटन अकादमी बनकर तैयार है. टाटा ट्रस्ट ने इस अकेडमी के निर्माण के लिए आवश्यक लागत की शत प्रतिशत फंडिंग की है. आईटीएम प्रबंधन ने इस प्रेजेक्ट के लिए आवश्यक भूमि, समस्त परिचालन लागत (ऑल ऑपरेटिंग कॉस्ट) और इसके निष्पादन के लिए अपना पूरा सहयोग दिया है. टाटा ट्रस्ट और आईटीएम के संयुक्त प्रयास से एक विश्वस्तरीय बैडमिंटन अकेडमी बनकर तैयार है, जिसका नाम “द रायपुर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन बैडमिंटन” रखा गया है.

सीनियर खिलाड़ी श्रीकांत किदांबी बनाम एचएस प्रणय और मालविका बनाम हीरल के बीच प्रदर्शनी मैच आयोजित होगा. अतिथियों और दर्शकों को इस शानदार मैच को देखने का अनुभव मिलेगा. हालांकि कोविड और लॉकडाउन के चलते यह अकादमी को बनने में 18 महीनों की देरी हुई, लेकिन लॉकडाउन हटने के तुरंत बाद खेल सुविधाओं को पूरा करने में कामयाब रहे.

आज के खेलों के स्तर और तकनीकों को देखते हुए अकादमी को पूर्ण रूप से विश्व स्तरीय खिलाड़ियों को तैयार करने के लक्ष्य से स्थापित की गई है. यहां 8 विश्व स्तरीय कोर्ट के साथ लगातार ज्यादा से ज्यादा बच्चों को ट्रेनिंग दी जा सकेगी. करीब 300 से अधिक दर्शकों की व्यवस्था के साथ बेहतरीन दर्शकदीर्घा में बैठकर यहां होने वाले प्रशिक्षण मैच और खेलों का लुफ्त उठाया जा सकता है. खिलाड़ियों और कोच के लिए हॉस्टल फैसिलिटी का प्रबंध भी किया गया है. संजय मिश्रा जैसे वरिष्ठ कोच के मार्गदर्शन में इन-हाउस जिम और व्यायाम कार्यक्रम सभी प्रशिक्षुओं के लिए उपलब्ध होंगे.

दैनिक जीवन में नियमितता, ध्यान और मानसिक कंडीशनिंग अभ्यास प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा हैं. गहन मैच खेल के तहत मानसिक दृढ़ता और सहनशक्ति के लिए योग और प्राणायाम का अभ्यास में सहायता के रूप में किया जाता है. छात्रों को पूर्ण आहार खेल या प्रशिक्षण के दौरान चोटिल होने पर डायटीशियन, फिजियो और काउंसलर भी इन-हाउस उपलब्ध रहेंगे. छात्रों को ज्यादा से ज्यादा एक्सपोजर मिल सके उसके लिए राष्टिय और अंतर्राष्ट्रीय कोच भी शामिल किए गए हैं. छात्रों की पढ़ाई और खेल कूद दोनों को एक साथ, एक ही तराजू में बराबर रखते हुए प्रशिक्षण और पढ़ाई के समय तय कर दिए जाएंगे.

प्रारंभिक वर्षों के दौरान बैडमिंटन अभ्यास के कारण स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई पर कोई कमी नहीं आएगी. कॉलेज स्तर पर ITM विश्वविद्यालय प्रबंधन, वाणिज्य, इंजीनियरिंग, डिजाइन, हॉस्पिटेलिटी, हेल्थ साइंस, वास्तुकला, कानून, आदि में सभी संभावित पाठ्यक्रम प्रदान करता है. नियत समय में कोच प्रशिक्षण, खेल प्रबंधन और खेल जैव-यांत्रिकी (बायो-मेकेनिक्स) स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहा है.

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