नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में अक्टूबर महीने में ही ठंड की दस्तक शुरू हो गई है. सुबह और शाम को लोगों को हल्की सर्दी महसूस हो रही है. घरों में अब एसी और पंखें भी बंद होने लगे हैं. राजधानी में शनिवार को फिर न्यूनतम तापमान 16 डिग्री से नीचे यानी 15.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. यह सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम था. इससे पहले 21 सितंबर 2020 को न्यूनतम तापमान 14.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
मौसम विभाग (आईएमडी) ने रविवार को दिल्ली के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है. मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी में सुबह-शाम ठंडक बनी हुई है. दिल्ली का सबसे कम तापमान रिज इलाके में दर्ज किया गया, जहां न्यूनतम तापमान शनिवार को 14 डिग्री सेल्सियस रहा. राजधानी में बीते कुछ दिनों से न्यूनतम तापमान 16-17 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है.
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बढ़ा, ग्रैप-2 की बंदिशें लागू
वहीं, दिल्ली-एनसीआर में शनिवार को प्रदूषण बढ़ गया. राजधानी की हवा खराब श्रेणी में पहुंच गई. विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 48 से 72 घंटे में यह बेहद खराब श्रेणी में पहुंच जाएगी. इसके मद्देनजर वायु गुणवत्ता आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप के दूसरे चरण को लागू कर दिया है. साथ ही पहले चरण के प्रतिबंध भी जारी रहेंगे.
शनिवार की सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 205 था, वहीं शाम तक यह 250 पर पहुंच गया. हालात बिगड़ते देख वायु गुणवत्ता आयोग की बैठक बुलाई गई. विशेषज्ञों ने बताया कि प्रदूषण पर नजर रखने वाली संस्था आईएमडी और आईआईटीएम का मानना है कि सोमवार से मंगलवार के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 पार कर सकता है. इसे ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रखा जाता है. वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से ज्यादा होने पर ग्रैप का दूसरा चरण लागू किया जाता है. मगर पूर्वानुमान के आधार पर वायु गुणवत्ता आयोग ने अभी से ही ग्रैप का दूसरा चरण लागू कर दिया है.
ये पाबंदियां लागू : होटल, रेस्त्रां के तंदूर में कोयले और लकड़ी जलाने पर रोक रहेगी. आवश्यक सेवाओं के अलावा बाकी जगहों पर डीजल संचालित जेनरेटर पर भी पाबंदी होगी. नए मानकों और डुअल मोड वाले डीजल जेनरेटर को ही छूट मिलेगी. पहले से चिह्नित हॉट स्पाट, निर्माण स्थलों पर प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.