बागेश्वर. कपकोट (बागेश्वर) के आपदा प्रभावित बैसानी गांव में जनजीवन को पटरी पर लाने का प्रयास जारी है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शनिवार को बैसानी गांव पहुंचे. जहां उन्होंने आपदा के बाद हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की.

पूर्व सीएम ने एक्स पर लिखा है कि ‘माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड से मैंने जनपद उत्तरकाशी के धराली, जनपद चमोली के थराली व चेपड़ो क्षेत्र और जनपद बागेश्वर के कपकोट में बैसानी क्षेत्र के अंतर्गत कनालगड़ घाटी, नान, कन्याली कोट, घनश्याम नगरी, स्यालढूंगा तथा पौसारी में सांई इजर तोक क्षेत्र के लोगों के ऊपर आसन्न खतरे और उन्हें पुनर्वासित करने को लेकर बात की.’

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उन्होंने आगे लिखा कि ‘मैंने उन्हें सुझाव दिया कि पहाड़ों के साथ-साथ तराई में भूमि हदबंदी के तहत सरकार के पास आये बड़े भूखंड हल्दी आदि में इन लोगों को शीघ्र बसाया जाएं. कपकोट के बैसानी गांव में मैंने स्वयं अपनी आंखों से बचे हुए घरों को देखा, वह घर किसी भी रूप में रहने के लिए सुरक्षित नहीं हैं. माननीय मुख्यमंत्री जी ने पहाड़ों के साथ-साथ तराई में भी इन गांवों को बसाने की बात कही है. देखते क्या होता है? हम निरंतर दबाव बनाए रखेंगे’.