रायपुर- छत्तीसगढ़ की सियासत के दो विपरित ध्रुव हैं रमन सिंह और भूपेश बघेल. सियासी गलियारें में दोनों के बेरूखे रिश्तें की जमकर चर्चा होती रहती है, लेकिन इन सबके बीच ऐसे बहुत कम मौके सामने आते हैं, जब दोनों एक मंच पर नजर आते हो. नजर आए भी तो चुनिंदा मौके ही सामने हैं, जब दोनों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया हो. ऐसा ही एक मौका आज राजधानी में देखने को मिला, जब रमन-भूपेश ने हाथ तो मिलाया ही, साथ ही जाते-जाते एक-दूसरे को चुनाव के लिए शुभकामनाएं भी दे दी.
दरअसल राजधानी में निजी चैनल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह और पीसीसी चीफ भूपेश बघेल साथ नजर आए. जब बारी मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह के जाने की आई, तो उनसे पूछा गया कि आमतौर पर एक मंच पर आप दोनों नजर नहीं आते. चुनाव करीब हैं, ऐसे में भूपेश बघेल के लिए आप कुछ कहना चाहेंगे. आप दोनों को चुनावी मैदान में जाना है. इस सवाल पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि- हम दोनों अपने-अपने राजनीतिक दलों को नेतृत्व करते हैं. एक राजनीतिक दल हैं, जिसमें मैं पिछले तीन बार से मुख्यमंत्री की हैसियत से काम कर रहा हूं, तो भूपेश अपने दल के लिए बतौर अध्यक्ष काम कर रहे हैं. हम दोनों की अपनी-अपनी भूमिकाओं में काम कर रहे हैं. जब हम चुनाव में जाते हैं, तो अपनी बातों को पूरी ताकत से जनता के बीच रखने का प्रयास करते हैं. विपक्ष ये बताने की कोशिश करता है कि कमियां कहां रह गई. किन वादों को पूरा नहीं किया गया. विकास हुआ है या नहीं. इन दोनों स्थितियों के बीच अंतिम निर्णायक भूमिका मतदाता की होती है. मतदाता ही फैसला करता है. हमारा यही प्रयास है कि मतदाता को ज्यादा से ज्यादा कनविंस कैसे करें. डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि- मेरी कोशिश होगी कि बीजेपी की चौथी बार सरकार बने. भूपेश बघेल की अपनी कोशिश होगी.
मुख्यमंत्री के इन जवाबों के बीच जब भूपेश बघेल की राय ली गई, तो उन्होंने दो टूक कहा कि- डाॅक्टर साहब के जाने का अब वक्त आ चुका है. अब हमारा वक्त आ रहा है. 2018 में चुनावी नतीजा हमारे पक्ष में आएगा. बघेल के इस जवाब पर दोबारा मुख्यमंत्री से राय लेने की कोशिश की गई, इस पर डाॅक्टर रमन सिंह हल्की मुस्कुराहट के साथ कार्यक्रम के आयोजकों को अच्छे आयोजन की शुभकामनाएं देते हुए रवाना हो गए. हालांकि सियासी गलियारों में रमन-भूपेश की चर्चा का यह दौर यकीनन चर्चा का विषय बना रहा.