नई दिल्ली। अफगानिस्तान पर कब्जा जमा चुके तालिबान को पंजशीर के लड़ाकों से कड़ी टक्कर मिल रही है. वहीं दूसरी तरफ बगलान प्रांत में तालिबान को बड़ा झटका लगा है. बगलान प्रांत के अंदराब में तालिबान पर घात लगाकर हमला किया गया. बीबीसी पत्रकार यादला हाकिम के दावे के मुताबिक इस हमले में कम से कम 300 तालिबान लड़ाके मारे गए. हमला करने वाले समूह का नेतृत्व अहमद मसूद और अमरुल्ला सालेह कर रहे हैं.

बीबीसी पत्रकार यालदा हकीम ने ट्वीट कर बताया है कि बगलान प्रांत के अंद्राब में छिपकर तालिबानियों पर बड़ा हमला किया गया है. इस हमले में तालिबानियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है. तालिबान विरोधी लड़ाकों की तरफ से दावा किया गया है कि उन्होंने 300 तालिबानियों को मार गिराया है. हमले के बाद कई तालिबानियों को कैद कर लिया गया है.

अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भी इस हमले की ओर इशारा किया है. एक ट्वीट के जरिए तालिबान पर तंज कसते हुए कहा गया है, ‘जब से तालिबानियों पर बड़ा हमला किया गया है, उसके लिए एक पीस में जिंदा वापस आना भी चुनौती थी. अब तालिबान ने पंजशीर में अपने लड़ाकों की संख्या बढ़ा दी है.’

बता दें कि तालिबान विरोधी लड़ाकों ने अफगानिस्तान के उत्तरी बगलान प्रांत के तीन जिलों से तालिबान को बाहर कर दिया था. इन लड़ाकों ने पुल-ए हिसार, देह सलाह और बानू जिले पर शुक्रवार को अपना कब्जा कर लिया था, लेकिन तालिबान ने शनिवार को फिर से बानू पर कब्जा जमा लिया था. अब बचे हुए दो जिलों को वापस लेने के लिए तालिबान लड़ाई लड़ रहे हैं.

दूसरी तरफ तालिबान के लड़ाके पंजशीर की तरफ बढ़ रहे हैं. वो वहां पर एक बड़े हमले की तैयारी में हैं. लेकिन पंजशीर के नेता अहमद शाह मसूद के 32 वर्षीय बेटे अहमद शाह ने कहा है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाकों को तालिबान को नहीं सौंपेंगे. वहीं उनकी तरफ से इस बात पर भी जोर दिया गया है कि वे युद्ध नहीं चाहते हैं. लेकिन अगर तालिबान संग बातचीत बेनतीजा रहती है, तो युद्ध को भी कोई नहीं टाल सकता है. ऐसे में पंजशीर के लड़ाके हर परिस्थिति के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ तालिबान किसी भी स्थिति में अब पंजशीर में अपना कब्जा जमाना चाहता है.

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