सुप्रिया पांडेय, रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब बच्चे खेल-खेल में पढ़ाई करेंगे. आज से हर शनिवार प्राइमरी और मिडिल के छात्र बिना बैग स्कूल आएंगे. राज्य सरकार की पहल पर आज याने शनिवार से ‘बैगलेस डे’ की शुरुआत हो गई है. इस दिन स्कूलों में कई तरह की एक्टिविटीज कराई जाएंगी, जिससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास हो सके. इसमें योग, व्यायाम, खेलकूद, सांस्कृतिक प्रोग्राम जैसी गतिविधियां शामिल हैं.
सरकार का मकसद है कि बच्चों में स्कूली शिक्षा के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान भी विकसित हो, इसके साथ ही वे आस-पास के माहौल से जुड़ सके. उनका हर तरह का विकास हो और वे सिर्फ पढ़ाई की टेंशन न लें. इसी मकसद को पूरा करने सरकार ने यह फैसला लिया है. सभी स्कूलों के प्राचार्यों को कहा गया है कि हर शनिवार स्कूलों में जो भी गतिविधियां होंगी, उसको पहले से ही नोटिस बोर्ड पर लिखना होगा. उसी के अनुसार बाकी के प्रोग्राम होंगे.
शनिवार को यदि बच्चे कुछ नया भी करेंगे, उसे भी प्रदर्शित किया जाएगा. इससे बच्चों का उत्साह और भी ज्यादा बढ़ेगा. हफ्ते में एक दिन यानी शनिवार को बच्चे जब बिना बस्ते का बोझ उठाए स्कूल पहुंचेंगे तो उनमें अलग ही उत्साह होगा. इस दिन स्कूलों में योग, व्यायाम, खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियां होंगी. इस तरह से शनिवार का दिन बच्चों के लिए बिल्कुल अलग दिन होगा. उन्हें पढ़ाई की जरा सी भी टेंशन नहीं होगी और वे सिर्फ दिनभर बाकी गतिविधियों में व्यस्त रहेंगे.
जेएन पांडे स्कूल की शिक्षिका अमृता खेलवाड़ा बताती हैं कि आज से बच्चों की बाकी एक्टिविटीज पर भी ध्यान दिया जा रहा है. बच्चे काफी खुश नजर आ रहे हैं, और बड़े ही उत्साह से बच्चे कई तरह के खेल को इंजॉय कर रहे हैं. पहली बार बिना बस्ते के स्कूल पहुंचे बच्चों ने बताया कि उन्हें काफी मजा आ रहा है ऐसा पहली बार हो रहा है जब वह स्कूल में इतनी मस्ती के साथ खेल को एंजॉय कर रहे हैं.
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