संदीप सिंह ठाकुर. लोरमी. अचानकमार टाइगर रिजर्व इलाके के बैगा आदिवासियों के मसीहा कहे जाने वाले प्रोफेसर पीडी खेड़ा की तबीयत बिगड़ने पर बिलासपुर स्थित अपोलो अस्पताल रेफर किया गया है. उनके बेहतर इलाज के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिलासपुर कलेक्टर को निर्देश किया है.

प्रो. खेड़ा को शुक्रवार को अचानक सांस लेने में तकलीफ महसूस होने पर एम्बुलेंस से लोरमी अस्पताल लाया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए बिलासपुर रिफर किया गया, जहां अपोलो अस्पताल में उनका इलाज जारी है. 90 साल के प्रोफेसर पीडी खेड़ा के स्वास्थ्य लाभ के लिए सभी लोग कामना कर रहे हैं.

दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पीडी खेड़ा रिटायरमेंट के बाद 38 साल पहले मुंगेली जिले के अचानकमार टाइगर रिजर्व के लमनी छपरवा गांव पहुंचे थे, जहां बैगा जनजाति के भोले-भाले लोगों के उत्थान के लिए, उनके हक के लिए, उनके अधिकारों की जानकारी देने के लिए शिक्षा देने के साथ उनकी सेवा करने वाले प्रोफेसर पीडी खेड़ा मानव सेवा की अद्भुत मिसाल हैं.