देश की सबसे बड़ी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी Bajaj Finance Limited के शेयर मंगलवार को अचानक 7% तक गिर गए. कंपनी के सितंबर तिमाही के नतीजों ने निवेशकों को झटका दिया है. नतीजे सोमवार देर शाम मार्केट बंद होने के बाद जारी किए गए थे, और इसके बाद मंगलवार सुबह से ही स्टॉक में सेलिंग प्रेशर देखने को मिला. सेंसेक्स पर बजाज फाइनेंस का शेयर 6.4% टूटकर ₹1,015.9 पर बंद हुआ, जो इसके 52-सप्ताह के हाई ₹1,102.5 के बेहद करीब था. एक दिन पहले यह ₹1,086.6 पर बंद हुआ था.

AUM Growth Guidance घटाया गया, निवेशकों की चिंता बढ़ी
कंपनी ने अपने Assets Under Management (AUM) के ग्रोथ अनुमान को घटा दिया है. अब कंपनी को FY2025 में सिर्फ 22–23% की AUM ग्रोथ की उम्मीद है, जबकि पहले यह 24–25% बताई गई थी. Bajaj Finance ने कहा कि यह फैसला मॉर्टगेज (होम लोन) और SME सेगमेंट में कमजोर ग्रोथ को देखते हुए लिया गया है. SME लोन ग्रोथ अब 10–12% के बीच रहने की उम्मीद है. MSME सेगमेंट में रिकवरी अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही से शुरू होने की संभावना है.
कंपनी ने यह भी साफ किया है कि क्रेडिट कॉस्ट (Credit Cost) FY2025 के लिए 1.85%–1.95% के ऊपरी स्तर तक रह सकती है. इसी कारण कंपनी ने अनसिक्योर्ड MSME लोन में अपने वॉल्यूम को 25% तक घटाया है.
तिमाही नतीजों की झलक: मुनाफा बढ़ा लेकिन NPA बढ़ने से दबाव
सितंबर तिमाही में Bajaj Finance का शुद्ध मुनाफा ₹4,948 करोड़ रहा, जो सालाना आधार पर 23.3% की बढ़ोतरी है. Net Interest Income (NII) बढ़कर ₹10,785 करोड़ रही, जो पिछले साल से 22% अधिक है.
लेकिन कंपनी की एसेट क्वालिटी (Asset Quality) पर दबाव दिखा:
Gross NPA बढ़कर 1.24% (पिछली तिमाही: 1.03%)
Net NPA बढ़कर 0.6% (पिछली तिमाही: 0.5%)
हालांकि, Net Interest Margin (NIM) स्थिर रहे — जो निवेशकों के लिए राहत की बात है.
ब्रोकरेज हाउस की राय: गिरावट या मौका?
तिमाही नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउसों में मतभेद है—कुछ इसे “खरीदने का मौका” बता रहे हैं, तो कुछ “चेतावनी का संकेत” मान रहे हैं.
- CLSA: “Outperform” रेटिंग बरकरार, टारगेट ₹1,200
- HSBC: “Buy” रेटिंग कायम, FY26–FY28 के लिए 28% CAGR ग्रोथ अनुमान
- Jefferies: “Buy” रेटिंग, टारगेट ₹1,270; FY25–FY28 में 23% CAGR की उम्मीद
- Morgan Stanley: “Overweight” रेटिंग बरकरार, EPS अनुमान थोड़ा घटाया; कहा “गिरावट खरीदारी का अवसर”
- Bernstein: “Underperform” रेटिंग, टारगेट ₹640; कहा “NPA बढ़ने से जोखिम बढ़ा”
मार्केट मूवमेंट और निवेशक सेंटीमेंट
Bajaj Finance के शेयर में मंगलवार को भारी वॉल्यूम के साथ बिकवाली देखी गई. पिछले एक महीने में यह स्टॉक करीब 5% ऊपर गया था. लेकिन नतीजों के बाद इन्वेस्टर्स का शॉर्ट-टर्म सेंटीमेंट कमजोर हुआ है.
विशेषज्ञों का मानना है कि लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए यह करेक्शन एंट्री पॉइंट साबित हो सकता है, क्योंकि कंपनी की फंडामेंटल पोजीशन अब भी मजबूत है.
क्या अब भी भरोसेमंद है Bajaj Finance?
एनालिस्ट्स का मानना है कि Bajaj Finance अभी भी NBFC सेक्टर का सबसे भरोसेमंद नाम है, लेकिन विकास की रफ्तार थोड़ी धीमी जरूर हुई है. MSME और होम लोन सेगमेंट में रिकवरी आने वाले महीनों में कंपनी के प्रदर्शन को तय करेगी. अगर क्रेडिट कॉस्ट और NPA पर नियंत्रण बना रहा, तो यह गिरावट सिर्फ टेम्परेरी करेक्शन साबित होगी.
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