नीरज काकोटिया,बालाघाट। मध्यप्रदेश में जंगली जानवरों के शिकार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर बालाघाट जिले में बाघ, तेंदुए और चीतल की खाल बरामद हुआ है. पुलिस ने मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया. तंत्र साधना कर पैसों की बारिश करने के लिए खाल का उपयोग करते थे. पूरा मामला लामता वन परिक्षेत्र के चांगोटोला का है.
जानकारी के मुताबिक लामता वन विभाग की टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी. जिसके बाद बाघ, तेंदुए और चीतल की खाल के साथ पहले 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया, फिर उनकी निशान देही पर छिंदवाड़ा से अन्य 4 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. इस तरह से इस पूरे मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिन्हें आज न्यायालय में पेश किया गया है. आरोपी तंत्र साधना कर बाघ की खाल से पैसों की झड़ती करने की बात सामने आई है.
बालाघाट जिले के उत्तर वन मंडल सामान्य में स्थित उत्तर लामता परिक्षेत्र सामान्य के अंतर्गत नगरवाड़ा वन वृत्त के खैरगांव में एक व्यक्ति के घर से बाघ की खाल जब्त की गई थी. खैरगांव निवासी चोखेलाल पवार के घर में एसडीओ और सीएफ उड़नदस्ता दल की टीम ने छापामार कर बाघ की खाल सहित चोखेलाल और छिंदवाड़ा निवासी दो व्यक्तियों को पकड़ा था. यह भी बात सामने निकलकर सामने आई कि इन लोगों द्वारा पैसे की बारिश करने के उद्देश्य से बाघ की खाल का उपयोग किया जाना बताया गया है.
इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी कृष्ण कुमार नामदेव ने बताया कि खैरगांव निवासी सहित दो लोगों को पहले ही पकड़ा जा चुका है. बाकी इनकी निशानदेही पर बाकी लोगों को टीम ने छिंदवाड़ा जाकर गिरफ्तार किया है. इन लोगों के पास से बाघ की खाल के अलावा तेंदुए और चीतल की खाल भी जब्त की गई है.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरेंEnglish में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक