रायपुर. रक्त कैंसर एक आपातकालीन स्थिति है और इसके लिए तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है. रक्त कैंसर के उपचार में हाल ही में उन्नति से 60-90 प्रतिशत रोगियों में रक्त कैंसर से पूर्ण चिकित्सा हो जाती है, लेकिन इसके लिए कीमोथेरेपी के द्वारा शीघ्र और आक्रामक उपचार की आवश्यकता होती है.

हालांकि, कोविड-19 की हालिया महामारी ने दो कारणों से रक्त कैंसर के उपचार की कठिनाई को बढ़ा दिया है. रक्त कैंसर के रोगियों में पहले से ही कम प्रतिरक्षा होती है और कोविड-19 जैसे वायरल संक्रमण के शिकार आसानी से हो सकते हैं और कोविड-19 संक्रमण के कारण उपचार न मिलने से इन रोगियों के ठीक होने की संभावना कम हो सकती है, तो ऐसे समय में रोगियों के इलाज के लिए अभिनव दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है.

मध्य भारत का सबसे बड़ा और सबसे उन्नत कैंसर अस्पताल, बालको मेडिकल सेंटर के प्रमुख हेमेटोलॉजिस्ट डॉ दिब्येंदु दे के अनुसार, ‘लक्षित चिकित्सा का उपयोग करके आक्रामक कीमोथेरेपी के बिना भी अधिकांश रक्त कैंसर का इलाज किया जा सकता है. लक्षित चिकित्सा या तो मौखिक दवा या इंजेक्शन हैं जो रोगी द्वारा स्वयं इंसुलिन की तरह लिया जा सकता है. इसका लाभ यह है कि, ये दवा सामान्य प्रतिरक्षा कोशिकाओं को छोड़कर केवल कैंसर कोशिकाओं को लक्षित करती है. इसलिए, जटिलताओं की संभावना कम है. इन होम-थेरेपी द्वारा अस्पताल जाना कम से कम किया जा सकता है.’

डॉ डे ने बताया, इस प्रमुख कैंसर संस्थान में लक्षित चिकित्सा के व्यापक प्रसार के साथ, हम महामारी के बीच अधिकतम सुरक्षा के साथ रक्त कैंसर रोगियों का उचित और पर्याप्त उपचार कर रहे हैं. हम सभी ब्लड कैंसर के रोगियों को बताना चाहते हैं: “घर पर इलाज करें, सुरक्षित रहें’ इन कैंसर रोगियों के लाभ के लिए, बालको मेडिकल सेंटर ने टेलीकॉन्सेलेशन सुविधा उपलब्ध कराई है, जिसके माध्यम से मरीज टेली और वीडियो परामर्श के लिए 828282 3333 पर अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं. अपरिहार्य कारणों को छोड़कर, रोगी अपने घरों से अपने डॉक्टरों से परामर्श प्राप्त कर सकते हैं.