स्पोर्ट्स डेस्क- मुथैय्या मुरलीधरन एक ऐसे फिरकी गेंदबाज जिनकी घूमती गेंदों को दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं होता था, तभी तो मुरलीधऱन दुनिया के इकलौते ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने इंटरनेशनल टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट लेने का कारनामा किया है, ऐसा अबतक कोई भी गेंदबाज नहीं कर सका है, जबकि मुरलीधरन अब क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं खेलना छोड़ चुके हैं।

लेकिन मुथैय्या मुरलीधरन ने एम एस धोनी की जमकर तारीफ की है, उनकी कप्तानी की तारीफ की है, साथ ही उनके कप्तानी स्टाइल को लेकर कुछ खुलासे किए हैं उन्होंने बताया है कि आखिर वो कौन सी बात फील्ड पर होती है जो उन्हें दूसरे कप्तान से अलग करती है, और गेंदबाजों के पसंदीदा कप्तान बनाती है।

बता दें कि श्रीलंका का ये पूर्व दिग्गज फिरकी गेंदबाज मुथैय्या मुरलीधरन ने साल 2008 से 2010 के बीच तीन सीजन में आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स से खेल चुके हैं, जिस टीम के कप्तान एम एस धोनी ही थे, और मुरलीधरन उनकी कप्तानी में गेंदबाजी भी कर चुके हैं, और आईपीएल के तीन सीजन में 40 विकेट भी ले चुके हैं।

मुरलीधरन ने एम एस धोनी की कप्तानी स्किल्स की जमकर तारीफ की है, मुरलीधरन ने आर अश्विन के साथ एक यूट्यूब शो पर पर चर्चा के दौरान उन्होंने एम एस धोनी की कप्तानी को लेकर जमकर तारीफ की साथ ही कहा कि धोनी की कप्तानी के बारे में सबसे अच्छी बात ये थी कि उन्होंने गेंदबाजों पर भरोसा किया और उन्हें फील्ड सेट करने की आजादी दी, साल 2007 के वर्ल्ड कप में जब उन्होंने कप्तानी की और जीत हासिल की निश्चित रूप से वो एक युवा कप्तान थे, लेकिन उनकी थ्योरी बहुत अच्छी है, क्योंकि वो गेंदबाजों को गेंद देते समय कहते हैं कि अपनी फील्ड सेट कर लो, अगर ये काम नहीं कर रहा होता है तो वो उनसे खुद से सेट किए गए फील्ड को एक मौका देने के लिए कहते हैं,  अगर गेंदबाज की अच्छी गेंद पर बल्लेबाज सिक्सर लगाता है तो एम एस धोनी ताली बजाते हैं, उन्होंने कहा कि अगर अच्छी गेंद पर छक्का लग जाए तो धोनी ताली बजाएंगे वो गेंदबाज को बताएंगे कि ये एक  अच्छी गेंद है और
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बल्लेबाज ने आपको सिक्सर मारा है, बल्लेबाजों के पास भी हिट करने की पॉवर, प्रतिभा होती है।

मुथैय्या मुरलीधर एम एस की तारीफ करते हुए  आगे कहते हैं कि धोनी गेंदबाज को ये बताने के लिए अकेले ले जाते हैं कि उसे आगे क्या करना है, सार्वजनिक रुप से वो ऐसा नहीं करते हैं।