रोहित चंदेल, बालोद। निविदा प्रक्रिया को लेकर हमेशा सवालों के घेरे में रहने वाला जिले का लोक निर्माण विभाग फिर चर्चा में है. इस बार तीन कार्यों के लिए महज तीन आवेदन आए हैं. विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों पर आरोप है कि लॉकडाउन का बहाना बनाकर पहले लोगों को निविदा प्रपत्र देने से मना किया, फिर गुपचुप तरीके से बिना तारीख बढ़ाए निविदा भी जारी कर दिया.
जानकारी के अनुसार, 16 जुलाई 2020 को भी विभाग द्वारा एक निविदा क्रमांक 2255/NIT-9/ 2021/ व ले ली के तहत पेटी बाजार सामग्री क्रय को लेकर एक निविदा प्रकाशित की गई थी, जिसमें 4 अगस्त तक ठेकेदारों को को निविदा प्रपत्र क्रय किया जाना था. लेकिन जिला प्रशासन द्वारा 23 जुलाई से जिले में लॉकडाउन लगाए जाने की वजह से कुछ प्रमुख विभागों को निर्माण कार्य करने की अनुमति जारी की गई थी.वहीं विभागीय दफ्तरों में अतिआवश्यक कार्य सीमित संख्या में कर्मचारियों को रखकर किये जाने के निर्देश जारी किए थे.
इस दौरान जिले के कुछ ठेकेदार लोनिवि द्वारा जारी निविदा का फार्म खरीदने पहुंचे, जिस पर विभागीय कर्मचारियों ने 6 अगस्त तक लॉकडाउन का हवाला देते हुए निविदा प्रपत्र देने से मना कर दिया. इस बीच जब उक्त निविदा की अग्रिम तिथि नही बढ़ाई गई तो ठेकेदारों ने पतासाजी की, जिसमें पता चला कि विभाग ने इस पूरे काम को लेकर कुछ ही लोगों को निविदा प्रपत्र जारी कर दिया है.
इस पर बालोद लोनिवि के कार्यपालन अभियंता टोप्पो का कहना है कि उनके पास इस संबंध में कोई शिकायत नहीं आई है. उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए कुछ विशेष नियम शर्ते थीं, जिसके आधार पर 3 पात्र लोगों का आवेदन आया था, जिन्हें फार्म उपलब्ध कराया गया है. वही ठेकेदार अजय बाफना, श्रेयांस भंसाली व दर्शन जैन का कहना है कि पहले तो लॉकडाउन की वजह से कोई विभागीय कर्मचारी नहीं आ रहा था. लॉकडाउन में राहत मिलने पर 31 जुलाई को जब गए तो कर्मचारी ने तारीख निकलने की बात कही, जबकि निविदा की अंतिम तिथि 4 अगस्त थी. मामले की मौखिक शिकायत लोकनिर्माण विभाग दुर्ग संभाग एई से की गई है, जिस पर उन्होंने जानकारी लेने का आश्वासन दिया है.