रायपुर. बलौदाबाजार में हुई घटना पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने प्रशासनिक फेलियर को ज़िम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा, गिरौदपुरी विश्व स्तरीय सतनामी समाज का धार्मिक स्थल है. यहां जैतखाम पर तोड़फोड़ मामले में समाज ने न्यायिक जांच की मांग की थी, जिसे सरकार ने नजरअंदाज किया. आंदोलन की बात आई तो जांच की घोषणा कर रहे हैं.

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डहरिया ने कहा, पहले ही समाज के लोगों को बुलाकर चर्चा करनी थी. मामले को दबाने बिहार के लोगों को अपराधी ठहराकर गिरफ्तार किया गया. व्हाट्सएप के माध्यम से लोगों को बुलाया गया था. नेतृत्व करने कोई नहीं था. कानून व्यवस्था की फेलियर से यहां घटना हुई. बीजेपी शासन में हो रही ऐसी घटना प्रदेश के लिए शर्मनाक है. उन्होंने सतनामी और अन्य समाज के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

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