नितिन नामदेव, रायपुर। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद आज छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं. उन्होंने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन से मुलाकात की और बलौदाबाजार हिंसा मामले को संज्ञान में लेने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा. उसके बाद बिलाईगढ़ भटगांव में आयोजित बड़ी जनसभा को संबोधित करने रवाना हुए. रवानगी से पहले चंद्रशेखर आजाद ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि बलौदाबाजार हिंसा मामले में जो जेल में बंद लोगों पर जुल्म हो रहा है, वह जुल्म बंद हो, इस जुल्म को हम लोग नहीं सहेंगे. इसलिए हम यहां आए हैं. कल सदन खत्म हुआ है और आज मैं छत्तीसगढ़ में हूं. जिस तरह से छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज के लोगों पर जुल्म किया जा रहा है. सतनामी समाज बहुत न्यायप्रिय और हिंसा में विश्वास नहीं करने वाला समाज है. जिस प्रकार से षड्यंत्र करके उनको टारगेट किया जा रहा है. मैं उसके खिलाफ हूं.
इस पूरी घटना में जिम्मेदार किसे मानते है?
चंद्रशेखर आजाद ने कहा, इस घटना के बाद जिलाधिकारी और एसपी हटाए गए हैं. यानी की उन लोगों ने लापरवाही बरती थी. उनकी गलती नहीं होती तो क्यों हटाते ? उन्होंने गलती की उनके लापरवाही से इंटेलिजेंस फेल हुआ है. उनसे कोई बातचीत नहीं किए गए उसका परिणाम है. इतने लंबे समय से सतनामी समाज के आस्थाओं से खिलवाड़ हो रहा है. एक महीने पहले से वह ज्ञापन दे रहे हैं. सीबीआई जांच की मांग कर रहे है. हमारे आस्था का सम्मान नहीं हो रहा है. इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए. किसी जाति, किसी धर्म का हो उस पर कार्रवाई हो. निर्दोष लोगों को पीटा जा रहा है. सतनामी समाज के जो नौजवान है. भीम आर्मी के जो नौजवान है. उनको पीटा जाएगा तो यह हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.
सही जांच नहीं होने पर दिल्ली में करेंगे आवाज बुलंद
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि दिल्ली में हम आवाज उठाएंगे. दिल्ली में हम छत्तीसगढ़ सदन और गृहमंत्री भवन का करेंगे घेराव. सरकार संज्ञान ले, जिनको बचाना चाहती है. उनको बचाने के बजाय इस बड़ी घटना के पीछे जो और बड़े घोटाले को दबाने का प्रयास सरकार कर रही है. वह नहीं होना चाहिए.
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