सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। जिले के रामचंद्रपुर में आज अवैध निर्माण और कब्जों के खिलाफ प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई को लेकर स्थानीय ग्रामीणों का आक्रोश उग्र रूप ले लिया। प्रशासन ने 9 में से केवल तीन घरों को हटाने की कार्रवाई की थी, लेकिन इसके विरोध में सैकड़ों ग्रामीण सड़क पर उतर आए और मुख्य सड़क पर धरना‑प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके कारण रामचंद्रपुर-सनवाल-रामानुजगंज मार्ग पूरी तरह जाम हो गया है और आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है।

प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया और ग्रामीण नेताओं के साथ बातचीत शुरू की। अधिकारियों ने कहा कि स्थिति को शांतिपूर्ण तरीके से संभालने का प्रयास किया जा रहा है और जल्द ही सड़क को पुनः खोलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

रामचंद्रपुर-सनवाल-रामानुजगंज मार्ग पूरी तरह जाम

बहरहाल इस प्रदर्शन के कारण रामचंद्रपुर-सनवाल-रामानुजगंज मार्ग पूरी तरह जाम हो गया, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। हालाँकि, प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश शुरू कर दी है, लेकिन स्थायी समाधान तब ही संभव होगा जब ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित किया जाए।

पीड़ित परिवारों ने की व्यवस्थापन की मांग

बताया जा रहा है कि जिस स्थान पर प्रशासन ने यह कार्रवाई की, वहां बालिका छात्रावास बनाने का प्रस्ताव है। पीड़ित परिवारों का कहना है कि वे पिछले 50 वर्षों से इसी जगह निवास कर रहे हैं। उनका आरोप है कि अचानक उन्हें हटाया जा रहा है, जबकि प्रशासन ने उनके रहने और व्यवस्थापन की कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। ऐसे में वे ठंड के मौसम में कहां जाएंगे, यह उनकी बड़ी चिंता है।

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