राम कुमार यादव, सरगुजा। बलरामपुर जिले के कोरोंधा थाना क्षेत्र के ग्राम हंसपुर में हुई एक शादी समारोह के दौरान हुए विवाद में एक महिला को झूठे मामले में फंसाने का आरोप सामने आया है। पीड़ित महिला ने सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) से मुलाकात कर पूरे मामले की शिकायत की और न्याय की मांग की है।

मामला ग्राम हंसपुर का है, जहां पूर्णिमा नामक युवती का विवाह था। इस शादी में जशपुर के ग्राम इंचोली से बारात आई हुई थी। बारातियों के ठहरने के लिए गांव में पंडाल लगाया गया था। बारातियों के नाच-गाने के दौरान एक स्थानीय युवक ने बारात में आई एक युवती को चुंबन (किस) किया। इस हरकत से नाराज बाराती पक्ष और घराती पक्ष के बीच बहस शुरू हो गई, जो बाद में विवाद और मारपीट तक पहुंच गई।

विवाद की सूचना पुलिस तक पहुंची और कोरोंधा थाना पुलिस ने इस घटना में कई लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया। इसी एफआईआर में गांव की जोगेश्वरी पति स्वर्गीय गिरजा शंकर का भी नाम शामिल कर दिया गया। पीड़ित महिला का कहना है कि घटना के समय वह मौके पर मौजूद ही नहीं थी, बल्कि अपने परिचित मिथलेश को बस स्टैंड छोड़ने गई हुई थी। उनका कहना है कि पूरी घटना से उनका कोई संबंध नहीं है, फिर भी पुलिस ने बिना जांच-पड़ताल के उनका नाम शामिल कर लिया।

जोगेश्वरी ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस न केवल उन्हें झूठे मामले में फंसा रही है, बल्कि उन्हें लगातार परेशान कर रही है और पैसों की मांग भी कर रही है। उनके अनुसार, पुलिसकर्मी उन्हें गालियां देते हुए जेल भेजने की धमकी भी दे रहे हैं।

पीड़ित महिला ने इस संबंध में सरगुजा आईजी से औपचारिक शिकायत की है। आईजी ने भरोसा दिलाया है कि यदि महिला घटना में शामिल नहीं है तो उनके खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाएगी। साथ ही, मामले की निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन भी दिया गया है।

इस घटना ने ग्रामीणों में भी चर्चा का माहौल बना दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस को पहले निष्पक्ष जांच करनी चाहिए, ताकि निर्दोष लोग बेवजह कानूनी कार्रवाई का शिकार न हों।

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