स्पोर्ट्स डेस्क– क्रिकेट के खेल को कलंकित करने का प्रयास करने वाले एक अधिकारी को आईसीसी ने कड़ी सजा दी है। उसे 20 साल के लिए बैन कर दिया गया है।
20 साल के लिए किया बैन
दरअसल आईसीसी ने जिम्बाब्वे क्रिकेट प्रशासन के एक पूर्व अधिकारी राजन नायर को मैच फिक्स करने के आरोप में 20 साल के लिए क्रिकेट गतिविधियों से बैन कर दिया है। मतलब साफ है अब वो 20 साल तक क्रिकेट से जुड़ी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं हो सकेंगे। इतना ही नहीं हरारे मेट्रोपोलिटन क्रिकेट एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष और विपणन निदेशक राजन नायर पर आचार संहिता के तीन नियमों के उल्लंघन के तहत आरोप लगाए गए। जांच के दौरान आईसीसी ने राजन को दोषी पाया और उन पर बैन लगाने का फैसला किया। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के अधिकारियों ने जांच पूरी करने के बाद फैसला सुनाया ।
ये है पूरा मामला
राजन ने पिछले साल अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान जिम्बाब्वे के कप्तान ग्रीम क्रीमर को 30 हजार डॉलर घूस देने की कोशिश की थी। कप्तान ग्रीम क्रीमर ने कोच हीथ स्ट्रीक को पिछले साल ही इस घटना की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि किस तरह से राजन नायर ने जिम्ब्बावे-वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के रिजल्ट को प्रभावित करने के लिए उन्हें घूस ऑफर किया था। हलांकि इस मामले के बारे में जैसे ही क्रीमर ने शिकायत की। राजन नायर को तुरंत निलंबित कर दिया गया था। और अगे की जांच के लिए मामले को आईसीसी के पास भेज दिया गया था। राजन नायर को आरोपों का जवाब देने के लिए 16 जनवरी से 14 दिन का समय भी दिया गया था। लेकिन इस दौरान वो खुद को बेगुनाह साबित नहीं कर सके। जिसकी वजह से आईसीसी ने अपना फैसला सुनाते हुए उन्हें 20 साल के लिए बैन कर दिया।
जिम्बाब्वे के कप्तान की तारीफ
इस घटना के बाद आईसीसी के भ्रष्टाचार विरोधी ईकाई के जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल ने इस फैसले का स्वागत करते हुए जिम्बाब्वे के कप्तान की जमकर तारीफ की। साथ ही उन्होंने ग्रीम क्रीमर को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने इस मामले की जानकारी दी और क्रिकेट की गरिमा को बचाने का काम काम किया। जिम्बाब्वे क्रिकेट की मदद के बिना इस इन्वेस्टिगेशन को पूरा नहीं किया जा सकता था।