सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। एक तरफ पूरे प्रदेश में जोर-शोर से पॉलीथीन मुक्त प्रदेश अभियान चल रहा है, वहीं दूसरी ओर रायपुर नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी और जन प्रतिनिधि नियम-कायदों को धत्ता बताते हुए शुभकामनाएं-बधाई देते हुए फ्लैक्स से पाट दिए हैं. लोग सवाल कर रहे हैं कि निगम का अमला आम लोगों पर कार्रवाई करने में गुरेज नहीं करता, लेकिन नेताओं, राजनीतिक दलों के सामने घुटने टेक देता है.

निगम कार्यालय और सड़क में लगे फ्लैक्स पर नेता प्रतिपक्ष सूर्यकांत राठौर ने तंज कसते हुए कहा कि जब सईया भए कोतवाल तो डर काहे का. ऐसा ही नगर निगम की स्थिति है, जो दूसरे के लिए प्रेरणा स्रोत होनी चाहिए, वही अपने ही बनाए नियम को तोड़कर निगम को पोस्टर से लाद दिया. इसको देखकर हम चौंक गए, तब मन में विचार आया. जब लोगों का स्वागत के लिए पोस्टर बनाना था, तो कपड़े का बनवाना चाहिए था.

वहीं सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने कहा कि आज हमने आम सभा के माध्यम से वन टाइम न्यूज़ प्लास्टिक का बहिष्कार किया है, लेकिन वहीं दूसरी ओर निगम को पोस्टरों से पाट दिया गया, ये दुर्भाग्य की बात है. वहीं महापौर प्रमोद दुबे का कहना है कि कहीं गलती हो गई होगी. देखकर हटाने की कार्रवाई की जाएगी. शत-प्रतिशत कोई पूर्ण नहीं होता कहीं न कहीं गलती हो जाती है.