नई दिल्ली. बांग्लादेश में संसद (जातीय संसद) की 300 सीटों के लिए रविवार को सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हुआ. चुनाव में शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग और खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) अपने सहयोगी जमात-ए-इस्लामी और अन्य सहयोगियों के साथ चुनाव मैदान में हैं.
1971 में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद 11वीं संसद की 300 सीटों में से 299 के लिए हो रहे चुनाव में 1848 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिसमें 10 करोड़ से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए देश के 40,000 पोलिंग बूथों में 6 लाख के करीब सैनिक तैनात किए गए हैं. सप्ताह भर के चुनाव प्रचार के बाद हो रहे में सत्ताधारी अवामी लीग पर चुनाव हिंसा और विरोधियों के दमन का आरोप लग रहा है, जिसके साथ निष्पक्ष चुनाव को लेकर आशंका जताई जा रही है.
शेख हसीना के चौथी बार पीएम बनने की संभावना
बांग्लादेश संसद की 350 सीटों में से 300 सीट (50 सीट महिलाओं के लिए आरक्षित) के लिए हो रहे चुनाव में जीत के लिए 151 सीटें चाहिए, जिसे सत्ताधारी अवामी लीग के आसानी से हासिल करने की संभावना जताई जा रही है. इसके साथ ही शेख हसीना के चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की संभावना भी प्रबल है.
गठबंधन का नेतृत्व कर रहे ऑक्सफोर्ट में पढ़े वकील
चुनाव में एक तरफ जहां शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग है, तो दूसरी ओर बीएनपी और जमात-ए-इस्लामी और अन्य पार्टियों का संयुक्त मोर्चा है. बीएनपी की प्रमुख खालिजा जिया को भ्रष्टाचार के मामले में 17 साल की सजा सुनाए जा चुकी है, ऐसे में गठबंधन की अगुवाई बीएनपी के ऑक्सफोर्ट में पढ़े वकील 82 वर्षीय कमाल हुसैन कर रहे हैं.