संजीव शर्मा, कोंडागांव। पुलिस ने छत्तीसगढ़ में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले बांग्लादेशी गिरोह का पर्दाफाश किया है। कार्रवाई के दौरान मासूम शेख नामक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसका साथी बाबू शेख अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। गिरोह के दो सदस्य पहले से ही जेल में बंद हैं। इसके साथ ही पुलिस ने इस गिरोह द्वारा आदिवासी युवतियों से शादी और धर्म परिवर्तन का भी खुलासा किया है।

फर्जी आईडी से देश में प्रवेश, फिर सुनियोजित चोरी को देते थे अंजाम

कोंडागांव एसडीओपी रूपेश कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 5 जून 2023 को कोंडागांव निवासी संतोषी गोटी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके घर का ताला टूटा हुआ है, दरवाजा खुला पड़ा है और घर का सारा सामान चोरी हो गया है। इस पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की। जब पुलिस पतासाजी करते हुए आरोपी मासूम शेख तक पहुंची तो उसने चोरी की बात कबुल की।

पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह फर्जी पहचान पत्र बनाकर लोगों को प्रदेश में प्रवेश करता था। इसके बाद ये सभी मिलकर योजनाबद्ध तरीके से चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। चोरी की वारदातों के दौरान गिरोह वॉकी-टॉकी का उपयोग करता था, ताकि एक-दूसरे से संपर्क बनाए रख सके।

पुलिस ने आरोपी के पास से 4,60,600 रुपये की चोरी की सामग्री बरामद की है। जब्ती की गई वस्तुओं में सोने-चांदी के गहने, एक कार, हीरो कंपनी की मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन, वॉकी-टॉकी और ड्रिल मशीन शामिल हैं।

25 लाख तक की चोरी का खुलासा

अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि गिरोह करीब 25 लाख रुपये की चोरी कर चुका है। वारदात के बाद आरोपी बांग्लादेश और ओडिशा भाग जाते थे ताकि गिरफ्तारी से बच सकें।

झांसा देकर आदिवासी युवतियों से शादी और धर्मांतरण का खेल

पुलिस ने यह भी बताया कि गिरोह के सदस्य यहां की आदिवासी युवतियों को झांसा देकर शादी करते थे। शादी के बाद उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव भी डाला जाता था। फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है और मामले की गहन जांच जारी है।

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