विक्रम मिश्र, लखनऊ. घरों से कूड़ा उठाव और साफ-सफाई की ज़िम्मेदारी नगर निगम की होती है. इसके लिए नगर निगम लखनऊ ने 720 इलेक्ट्रिक गाड़ियां भी खरीद ली है, जिससे कि घरों में कूड़े का उठाव हो भी रहा है. लेकिन प्राइवेट गार्बेज कलेक्शन के तहत काम करने वाले बांग्लादेशी भी कूड़े का उठाव कर रहे हैं, जबकि वो कूड़े के भीतर से रिसायकल वाली चीज़ों को निकालकर बेंच देते हैं और शेष बचे कूड़े को सड़क किनारे या पार्क में फेंक कर चले जाते हैं.

जानकारी के अनुसार, नगर निगम बरसात के मौसम की चुनौतियों से तो जूझ ही रहा है. साथ ही संचारी बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया की रोकथाम के लिए भी बंदोबस्त कर ही रहा है. जिसमें की नगर निगम भारी भरकम बजट भी खर्च कर रहा है. लेकिन लखनऊ में प्राइवेट कूड़े उठाने वालों (बांग्लादेशी) से नगर निगम परेशान है.

वहीं इस मामले को लेकर नगर निगम के अधिकारी नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया कि लखनऊ की खूबसूरती पर बांग्लादेशी बट्टा लगा रहे हैं.