राम कुमार,अम्बिकापुर। करोड़ों के बैंक बैलेंस रखने के शौक में दो युवकों ने फर्जी अकाउंट बनाकर एक करोड़ 75 लाख की ठगी कर डाली. लेकिन अब दोनों शातिर ठग पुलिस के गिरफ्त में पहुंच गए हैं. मामला अंबिकापुर जिले के गांधीनगर थाने इलाके का है.

मिली जानकारी के अनुसार गांधीनगर इलाके के पीजी कॉलेज के सामने स्थित केनरा बैंक के बैंक मैनेजर द्वारा एक खाते में करोड़ो रूपये की संदिग्ध लेन-देन की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी. गाधीनगर की टीम ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए सादे कपड़ों में केनरा बैंक के आस-पास तैनात कर दिया गया. जिससे आरोपी के पैसे निकालने बैंक आने पर पकड़ा जा सके. तभी फर्जी आधार कार्ड पर लगे फोटो से मिलता-जुलता हुबहु व्यक्ति दिखाई दिया. जिसे तत्काल घेराबंदी कर पकड़ा गया.

आरोपी अरविन्द बेक ने पूछताछ करने पर बताया कि अपने मित्र कपिल देव के साथ वर्ष 2017 में उसके साथ उसके मुआवजे के प्रकरण के निराकरण के लिये बिलासपुर गया था तब उसने देखा की 56 लोगों की सूची देखी, जो कि जगन्नाथपुर के हैं और मुआवजा प्राप्त नहीं किये हैं. 56 लोगों का कुल 14 करोड़ 50 लाख राशि का भुगतान एसईसीएल के पास बकाया है.

आरोपी अरविन्द बेक

जगन्नाथपुर निवासी कमल साय के खाते में एसईसीएल मुआवजा 1 करोड़ 85 लाख आना था. आरोपी ने कमल साय के आधार कार्ड पर फर्जी तरीके से अरविन्द की फोटो लगा ली और कमलसाय के नाम से एक खाता खुलवाया. फिर शातिर तरीके से अपने खाते में मुआवजे का राशि 1 करोड़ 85 लाख में से 1 करोड़ 75 लाख 56 हजार 592 आ गए. तब बैंक प्रबंधन को शक हुआ औऱ उन्होंने पुलिस को सूचना दी. तब पूरे खेल का खुलासा हुआ. दोनों आरोपी अरविन्द बेक और वाहिद हुसैन पहले भी कई अपराध कर चुके हैं. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.