Bank FD Interest Rates Hikes: आईसीआईसीआई बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। अब आईसीआईसीआई बैंक में एफडी कराने पर आम नागरिकों को 7.25% और वरिष्ठ नागरिकों को 7.80% तक ब्याज मिलेगा। बैंक ने 3 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। नई ब्याज दरें 6 अगस्त से लागू हो गई हैं।

3.50% से 7.80% तक मिलेगा ब्याज

अब आईसीआईसीआई बैंक में एफडी कराने पर आम नागरिकों को 3.00% से 7.25% तक ब्याज मिलेगा। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों की बात करें तो उन्हें यहां एफडी कराने पर 3.50% से 7.80% तक ब्याज मिलेगा। Read More – Anant Ambani और Radhika Merchant की शादी की रस्में हुईं शुरू, मामेरु रस्म में दिखा पूरा परिवार ...

एसबीआई ने शुरू की ‘अमृत वृष्टि’ डिपॉजिट स्कीम

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने हाल ही में ‘अमृत वृष्टि’ नाम से नई डिपॉजिट स्कीम शुरू की है। इस योजना के तहत 444 दिनों के लिए FD कराने पर 7.25% सालाना ब्याज मिलेगा। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों को 7.75% सालाना की दर से ब्याज दिया जाएगा। इस योजना में निवेश करने के लिए आप बैंक शाखा में जाकर भी निवेश कर सकते हैं। वहीं, नेट बैंकिंग और SBI YONO ऐप के जरिए भी निवेश किया जा सकता है। आप इस योजना में 31 मार्च 2025 तक निवेश कर सकेंगे। Read More – Ranvir Shorey को खल रही है Sana Makbul की जीत, कहा- कई लोग थे ट्रॉफी के ज्यादा हकदार …

FD कराते समय इन 3 बातों का रखें ध्यान

  1. सही अवधि चुनना है जरूरी – FD में निवेश करने से पहले इसकी अवधि के बारे में सोचना जरूरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर निवेशक मैच्योरिटी से पहले निकासी करते हैं तो उन्हें पेनाल्टी देनी होगी। मैच्योर होने से पहले FD तोड़ने पर 1% तक पेनाल्टी लगेगी। इससे जमा पर मिलने वाला कुल ब्याज कम हो सकता है।
  2. सारा पैसा एक ही FD में निवेश न करें – अगर आप एक ही बैंक में 10 लाख रुपये FD में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो इसकी जगह एक से ज़्यादा बैंकों में 1 लाख रुपये की 8 FD और 50 हज़ार रुपये की 4 FD में निवेश करें. इससे अगर आपको बीच में पैसों की ज़रूरत पड़ती है, तो आप अपनी ज़रूरत के हिसाब से बीच में FD तुड़वाकर पैसे का इंतज़ाम कर सकते हैं. आपकी बची हुई FD सुरक्षित रहेंगी.
  3. 5 साल की FD पर मिलती है टैक्स छूट – 5 साल की FD को टैक्स सेविंग FD कहते हैं. इसमें निवेश करके आप आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत अपनी कुल आय से 1.5 लाख रुपये की कटौती का दावा कर सकते हैं. इसे आसान भाषा में समझें तो आप धारा 80C के ज़रिए अपनी कुल कर योग्य आय से 1.5 लाख रुपये तक की कटौती कर सकते हैं.