रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से बचने के लिए लोगों को घर पहुंच सेवा उपलब्ध कराने पर जोर दिया जा रहा है. इस पहल पर जिला प्रशासन अपनी स्थानीय जरूरतों और संसाधनों के आधार पर अमल कर रहे हैं. प्रदेश के सुदूर नक्सल प्रभावित जिले दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा में लोगों को सरकारी योजनाओं का भुगतान घर पर ही समय पर हो इसके लिए ‘‘बैंक संगवारी तुमचो दुवार‘‘ योजना शुरू की गई है. इस योजना के माध्यम से ‘‘दंतेश्वरी माई मितान‘‘ द्वारा हितग्राहियों को घर पहुंच कर नगद भुगतान किया जा रहा है. जिले के चितालंका और नकुलनार से इसकी शुरुआत की गई है। अब पूरे जिले में इसका कारगर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है. ‘दंतेश्वरी माई मितान‘ द्वारा कुल 111 हितग्राहियों को घर पहंुचकर 38 हजार 850 रूपए का नगद भुगतान किया गया है. जल्द ही सभी पंचायतों में हितग्राहियों को इस सेवा के जरिए घर पहुंचाकर पेंशन, मजदूरी भुगतान किया जाएगा.

‘‘बैंक संगवारी तुमचो दुवार ‘‘योजना शुरू होने से अब सामाजिक सहायता कार्यक्रम के पेंशन हितग्राहियों को पेंशन के लिए और मनरेगा मजदूरों को मजदूरी लेने के लिए बैंकों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. समाज कल्याण विभाग की विभिन्न पेंशन योजनाओं के तहत जिले के 18 हजार 995 पेंशनधारियों तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘एनआरएलएम‘ के हितग्राहियों को घर पहुंच बैंक सेवा का लाभ मिलने से अब उनकी मुश्किलें आसान हो रही है। इस पहल से सबसे अधिक राहत बुजुर्ग, महिलाओं और दिव्यांगों को मिली है. वीएलई, बैंक सीएसपी, सीएससी, बैंक सखी और लोक सेवा केंद्र के जरिए यह सेवा शुरू की गई है. फिलहाल 27 लोगों को इससे जोड़ा गया है जो घर-घर जाकर पेंशन पहुंचा रहे हैं.

इसी कड़ी में आज दंतेश्वरी माई मितान ने दंतेवाड़ा नगर के आंवराभाटा निवासी आंवलाबाई सोनानी पति स्वर्गीय धनुर्जय को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के तहत 350 रूपए का नकद भुगतान किया. घर पर ही पेंशन मिल जाने से खुश बुजुर्ग आंवलाबाई ने दंतेश्वरी माई मितान को आर्शीवाद देते हुए कहा कि अब बैंक जाने और बैंक में कतार लगाकर पैसा निकालने की दिक्कत दूर हो गयी है. यह हमारे जैसे बुजुर्गों के लिए सरकार की सराहनीय पहल है.