जयपुर। केंद्र सरकार की श्रम नीतियों और बैंकों के निजीकरण के खिलाफ आज देशभर में बैंकिंग सेक्टर के कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान किया है. इस राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का असर राजस्थान में भी देखने को मिल रहा है, जहां करीब 11 हजार बैंक कर्मचारी और अधिकारी काम पर नहीं पहुंचे.

यह हड़ताल सार्वजनिक, निजी, विदेशी और सहकारी बैंकों में एक साथ हो रही है. खास बात यह है कि इस आंदोलन में बीमा, डाक और आयकर विभागों के कर्मचारी भी शामिल होकर सरकार की नीतियों का विरोध जता रहे हैं.

हड़ताल की वजह क्या है?

बैंक कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार द्वारा अपनाई जा रही नीतियां श्रमिकों के हितों के खिलाफ हैं और बैंकों के निजीकरण की दिशा में बढ़ रही हैं. कर्मचारियों की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:

  • पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू किया जाए
  • आउटसोर्सिंग और ठेका आधारित भर्तियों पर रोक लगाई जाए
  • बैंकिंग सप्ताह को पांच दिन का किया जाए
  • बड़ी कंपनियों के डूबे कर्ज की वसूली में सख्ती बरती जाए
  • बैंकों में नई भर्तियों की प्रक्रिया तेज की जाए

जयपुर में विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम

राजस्थान प्रदेश बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल के तहत आज सुबह 10:30 बजे जयपुर की सी-स्कीम स्थित बैंक ऑफ इंडिया शाखा के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बाद वे सभी कर्मचारी हसनपुरा स्थित श्रम आयुक्त कार्यालय पहुंचकर संयुक्त यूनियनों के साथ विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे.

हड़ताल के चलते बैंकिंग सेवाएं जैसे लेन-देन, चेक क्लीयरेंस, नकद जमा और पासबुक अपडेट जैसे कार्यों पर असर पड़ने की संभावना है. आम जनता को असुविधा से बचने के लिए वैकल्पिक उपाय करने की सलाह दी जा रही है.