हरियाली तीज मेले के अवसर पर श्री बाँके बिहारी मंदिर, वृन्दावन में भारी भीड़ लग रही है. वृन्दावन के बाँके बिहारी मंदिर में हरियाली-तीज का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. आज इस मौके पर भगवान बाँके बिहारी को मंदिर के गर्भ-गृह से बाहर निकालकर चंदन की लड़कियां से बने विशाल हिंडोला जिसमें 20 किलो सोना, एक कुंतल चांदी से बना है में झूला झुलाया जा रहा है. अपने आराध्य भगवान बाँके बिहारी की इस अनुपम छवि के दर्शन करने के लिए मंदिर-प्रांगण में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. Read More – Ranvir Shorey को खल रही है Sana Makbul की जीत, कहा- कई लोग थे ट्रॉफी के ज्यादा हकदार …
सावन के महीने में हरियाली तीज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. वर्ष में एक दिन झूले में सवार होते हैं ठाकुर जी बांके बिहारी मंदिर के पूरे प्रांगण में हरे और सफेद रंग के गुब्बारे के साथ विशेष सजावट की गई है. ठाकुर जी को हरी पोशाक धारण कराई है और घेवर, फैनी का भोग लगाया है. भक्त यहां आकर अपने आप को आनंदित और कृतार्थ महसूस करते हैं. देश-विदेश से लाखों श्रद्धालू हरियाली-तीज के मौके पर वृन्दावन आये हुए हैं. सभी ठाकुरजी की इस अनुपम छवि को देखकर आनंदित महसूस कर रहे हैं. Read More – Anant Ambani और Radhika Merchant की शादी की रस्में हुईं शुरू, मामेरु रस्म में दिखा पूरा परिवार ...
हरियाली-तीज का विशेष महत्त्व है
हरियाली-तीज का मथुरा-वृन्दावन में विशेष महत्त्व है. इस दिन यहां के सभी मंदिरों में विराजमान ठाकुरजी को झूला झुलाने की परंपरा सदियों पुरानी है. कहा जाता है कि इस दिन पहली बार वृन्दावन की पवित्र भूमि पर कृष्ण ने राधा रानी संग झूला झूलने का आनंद लिया था. तब से लेकर आज तक मथुरा-वृन्दावन के सभी प्रमुख मंदिरों में उसी परंपरा का पालन हो रहा है.
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