रायपुर। निजीकरण हमने उपचुनाव में मोदी को सबक सिखा दिया है. आने वाले समय में उत्तरप्रदेश चुनाव है. हम हर जगह बैठक कर और नो वोट टू बीजेपी करेंगे का हल्ला करेंगे. यह बात सरकारी बैंकों के निजीकरण के खिलाफ बैंककर्मियों में रोष का इजहार करते हुए भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ (AIBOC) के आंचलिक अधिवेशन में महासचिव सौम्य दत्ता ने कही.

अधिवेशन में सौम्य दत्ता ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार बैंक निजीकरण का निर्णय ले रही है, इसीलिए हम ऑल इंडिया बैंक अधिकारी संघ देशभर में केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे है. हम अपने देश के किसानों से सीखा है, गलत का कैसे डटकर विरोध करना है. अगर इरादों पर डटे रहें तो, हम इस अहंकारी सरकार को उखाड़ फेंकेगे.

उन्होंने कहा कि सभी को लेकर हम भारत यात्रा कर रहे हैं, जो 24 नवंबर को मुम्बई और कोलकत्ता से शुरू होगा. हर राज्यों में ऐसा आंदोलन करेंगे, और 30 नवंबर को जंतर मंतर में एकजुट होकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा. अगर बैंक निजीकरण का अमेंडमेंट पास होता है, तो हम पूरे देशवासी केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.

अधिवेशन में मौजूद कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 52 वर्ष पहले बैकों का राष्ट्रीकरण किया था. लेकिन वर्तमान केन्द्र सरकार निजीकरण की दिशा में काम क्यों कर रही है. रेलवे, हवाई सेवा और बैकों का निजीकरण क्यों करना चाहती है. बैकों के निजीकरण से किसका लाभ है. बैंकों के साथ राज्य सरकार और समूची कांग्रेस है.

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उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार निजीकरण पर हमसे बात करके हमें दबाना चाहती है, लेकिन हम कहीं नहीं दबे हैं. बैंक निजीकरण के विरोध में आपकी आवाज हम छ्त्तीसगढ़ की तरफ से संसद में भी उठाएंगे.

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